विज्ञान की महत्ता को पुरे विश्व में उजागर करने के लिए संयुक्त राष्ट्र के द्वारा “शांति और विकास के लिए विश्व विज्ञान दिवस (Visw Vigyan Diwas)” प्रति वर्ष 10 नवंबर को मनाया जाता है, पुरे विश्व में विज्ञान शांति स्थापित करने में किस प्रकार से अपना योगदान दे रहा है और साथ ही विकास के क्षेत्र में विज्ञान की भूमिका के बारे में लोगों को जागरूक करना और उससे जुडी जानकारियाँ प्रदान करना इस दिवस का महत्वपूर्ण उदेश्य है।
शांति और विकास के लिए Visw Vigyan Diwas प्रति वर्ष एक थीम पर आधारित होता है और इस बार 2023 का थीम ‘विज्ञान में विश्वास का निर्माण (Building Trust in Science)’ जिससे लोगों में यह संदेश जाता है की इस वर्ष यह दिवस मुख्य रूप से इस थीम पर केंद्रित होकर अपना कार्य करेगा। इस दिवस का मुख्य उदेश्य लोगों को विज्ञान के प्रति सूचित कर उन्हें जागरूक करना और साथ ही विज्ञान के प्रति उनके विश्वास को बढ़ाना।
विज्ञान को समाज के साथ अधिक निकटता से जोड़कर, शांति और विकास के लिए Visw Vigyan Diwas यह सुनिश्चित करता है कि नागरिकों को विज्ञान के क्षेत्र में विकास के बारे में सूचित रखा जाए।
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शांति और विकास के लिए विश्व विज्ञान दिवस का महत्व।
- इस दिवस का महत्व सभी देशों को विज्ञान में विकास के माध्यम से आपसी समझ को बनाये रखना, शांतिपूर्ण और स्थायी समाज के लिए विज्ञान की भूमिका पर जन जागरूकता को मजबूत करना।
- वैश्विक हित के लिए किसी भी प्रकार के वैज्ञानिक संसोधन को राष्ट्रिय अथवा अंतराष्ट्रीय स्तर पर सबके साथ साझा करना।
- विज्ञान के समक्ष आने वाली चुनौतियों को मिलकर हल करना और वैज्ञानिकों के प्रति समर्थन जुटाना।
शांति और विकास के लिए विश्व विज्ञान दिवस का इतिहास।
शांति और विकास के लिए विश्व विज्ञान दिवस को 1999 में बुडापेस्ट में अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान परिषद और यूनेस्को द्वारा मिलकर विज्ञान पर विश्व सम्मेलन के अनुसरण में मनाया गया था, इसी कार्यक्रम में इस दिवस का प्रस्ताव रखा गया लेकिन यूनेस्को द्वारा सन 2000 में संयुक्त राष्ट्र सामान्य सम्मेलन में इस दिवस को अनुमोदित किया गया और 2001 में यूनेस्को ने शांति और विकास के लिए Visw Vigyan Diwas मनाने की घोसणा की उसके बाद 2002 से 10 नवंबर को यह दिवस पुरे विश्व में मनाया जाने लगा।