विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस 2024। (World Consumer Rights Day in Hindi.)

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विश्व का हर एक व्यक्ति किसी न किसी प्रकार से उपभोक्ता की भूमिका अदा करता है क्यूंकि हर व्यक्ति कोई न कोई वस्तु का उपयोग अपने जरुरत को पूरा करने के लिए करता ही है फिर चाहे वह किसी भी प्रकार से उस वस्तु का उपयोग करे। इसलिए, उपभोक्ताओं की इतनी बड़ी संख्या इस बात पर विचार करने के लिए जोर देती है की, उपभोक्ताओं के संरक्षण और उनके अधिकारों के प्रति उन्हें जागरूक करने और उन्हें शिक्षित करने के लिए प्रति वर्ष 15 मार्च को “विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस (World Consumer Rights Day)” के रूप में मनाया जायेगा।

Visw Upbhokta Adhikaar Diwas एक निष्पक्ष और टिकाऊ बाजार की स्थापना करता है साथ ही उपभोक्ताओं के अधिकार की महत्ता को बनाये रखने के लिए उनकी सुरक्षा की वकालत करता है, जिससे उपभोक्ताओं को सशक्त बनाया जा सके।

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Visw Upbhokta Adhikaar Diwas

Visw Upbhokta Adhikaar Diwas 2024 की थीम।

विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस प्रति वर्ष एक विषय पर आधारित कार्य करता है, जहाँ इस वर्ष 2024 में “हम उपभोक्ताओं के लिए निष्पक्ष और जिम्मेदार एआई पर वैश्विक बातचीत का नेतृत्व करेंगे (we will lead a global conversation on Fair and responsible AI for consumers)” विषय निर्धारित किया गया है, जो की उपभोक्ताओं के समावेशी विकास, पारदर्शिता, जवाबदेह और निष्पक्षता को कृत्रिम बुद्धिमता के साथ जोड़ने के कार्य पर जोर देगा। 

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विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस का उद्देश्य क्या है?

Visw Upbhokta Adhikaar Diwas का मुख्य उदेश्य उपभोक्ताओं के हित में कार्य करना और उपभोक्ताओं को उनके अधिकारों से परिचित करवाना, उन्हें जागरूक और शिक्षित करना, बाजार में निष्पक्ष व्यापार और ईमानदारी को बढ़ावा देना और उपभोक्ताओं से सम्बंधित मुद्दों का समाधान करना, जिससे उपभोक्ताओं को सशक्त बनाया जा सके।

Visw Upbhokta Adhikaar Diwas का महत्व।

  • विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस की महत्ता को बढ़ावा देने के लिए दुनिया भर में विभिन्न प्रकार के जागरूकता अभियान, रैलियां और सरकारी पहलों का आयोजन किया जाता है और निष्पक्ष व्यापार प्रथाओं को बढ़ावा देकर, Visw Upbhokta Adhikaar Diwas उपभोक्ताओं और व्यवसायों के बीच विश्वास बनाने में मदद करता है। 
  • विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस बच्चों, सीमित संसाधनों वाले कमजोर उपभोक्ताओं की सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, यह शोषण को रोकने में मदद करता है और यह सुनिश्चित करता है कि सभी उपभोक्ताओं के साथ उचित और सम्मानजनक व्यवहार किया जाए।

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  • आर्थिक स्थिरता और विकास को बढ़ावा देने के लिए एक निष्पक्ष और पारदर्शी बाज़ार आवश्यक है। Visw Upbhokta Adhikaar Diwas एकाधिकारवादी प्रथाओं और अनुचित व्यापार नीतियों को हतोत्साहित करते हुए प्रतिस्पर्धा और नवाचार को बढ़ावा देता है, जिससे एक स्वस्थ अर्थव्यवस्था में योगदान मिलता है।

विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस का इतिहास।

Visw Upbhokta Adhikaar Diwas की जड़ें 15 मार्च, 1962 के अमेरिकी राष्ट्रपति के भाषण जॉन ऍफ़ कैनेडी से जुडी हुई है, जिन्होंने अपने भाषण में चार मौलिक उपभोक्ता अधिकारों को रेखांकित किया था; सुरक्षा का अधिकार, सूचित होने का अधिकार, सूचना का अधिकार और चुनें और सुने जाने का अधिकार इन्ही सिद्धांतों ने उपभोक्ता अधिकार की नीव रखी।

आधिकारिक तौर पर उपभोक्ता के अधिकारों का दिवस वर्ष 1983 में संयुक्त राष्ट्र महासभा के द्वारा प्रति वर्ष मनाये जाने की घोसणा की गयी, जो की अमेरिकी राष्ट्रपति के भाषण से प्रेरित थी, तब से, विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस एक वैश्विक आंदोलन बन गया है, जिसमें उपभोक्ता संगठन, वकालत समूह, सरकारी एजेंसियां और व्यवसाय उपभोक्ता अधिकारों को बढ़ावा देने और सभी के लिए एक उचित बाज़ार सुनिश्चित करने के लिए सहयोग कर रहा है।

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