दुनिया के विभिन्न विषयों को वास्तविक जीवन की घटनाओं से जोड़ कर लोगों के सामने प्रस्तुत कर उनका मनोरंजन करना और उन्हें समाज के अन्य पहलुओं से परिचित करवाना, जिसे कला की दुनिया में रंगमंच के नाम से सम्बोधित किया जाता है, जो की समाज पर एक गहरा प्रभाव डालता है। इस रंगमंच की महत्ता समाज से धीरे-धीरे क्षीण होते जा रही है, जिसका मुख्य कारण है अनगिनत ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स, इसलिए, नाट्य प्रदर्शनी और सांस्कृतिक कलाओं के विभिन्न समागम के महत्व को जीवित रखने के लिए प्रति वर्ष 27 मार्च को “विश्व रंगमंच दिवस (World Theatre Day)” मनाया जाता है।
Visw Rangmanch Diwas विभिन्न कलाओं को लोगों के सामने भिन्न रूपों में प्रदर्शित करने का एक मंच है, जो की समाज के वास्तविक जीवन को नाट्य, हास्य और नृत्य कला से जोड़ कर थिएटर पर प्रस्तुत करती है, यह दिवस थिएटर के महत्व को बढ़ावा देता है और लोगों में जागरूकता फैलाकर उन्हें थिएटर में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करता है।
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Visw Rangmanch Diwas 2024 की थीम।
Visw Rangmanch Diwas प्रति वर्ष “थिएटर और शांति की संस्कृति (Theatre and a Culture of Peace)” इस विषय पर कार्य करता है, जिसके जरिये वह रंगमंच की संस्कृति को शांति के प्रतीकचिन्ह के रूप में प्रसारित करता है, जो की समाज को परिवर्तित और समृद्ध करने की क्षमता रखता है।
विश्व रंगमंच दिवस का उदेश्य क्या है?
Visw Rangmanch Diwas का मुख्य उद्देश्य दुनिया भर में रंगमंच के विविध रूपों का जश्न मनाकर सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देना, विभिन्न अभिनेताओं, नाटककारों, निर्देशकों, डिजाइनरों और नाट्य प्रक्रिया में शामिल सभी लोगों की रचनात्मक योगदान और प्रतिभा का जश्न मनाना और रंगमंच कला के महत्व की वकालत करना है।
रंगमंच हमेशा से समाज का दर्पण रहा है, जो उसकी जीत, संघर्ष और जटिलताओं को दर्शाता है। विश्व रंगमंच दिवस नाट्य प्रदर्शन के माध्यम से समसामयिक मुद्दों की खोज, संवाद और आलोचनात्मक सोच को बढ़ावा देने को प्रोत्साहित भी करता है।
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Visw Rangmanch Diwas का महत्व।
- Visw Rangmanch Diwas के महत्व को दुनिया भर में अनेकों प्रकार के थिएटर कार्यक्रम, कलाएँ और सांस्कृतिक विषयों के जरिये जागरूकता फैलाकर एवं लोगों को थिएटर में भाग लेने के लिए शिक्षित करके प्रसारित किया जाता है।
- रंगमंच पारंपरिक कहानियों और रीति-रिवाजों को प्रदर्शित करके सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पीढ़ियों से चले आ रहे प्रदर्शनों के माध्यम से, थिएटर सांस्कृतिक पहचान को जीवित रखने में मदद करता है।
- रंगमंच सामाजिक मानदंडों को चुनौती देता है और विचार को उकसाता है, दर्शकों को उनके आसपास की दुनिया पर विचार करने के लिए प्रोत्साहित करता है साथ ही वास्तविक सच्चाइयों से समाज को रूबरू करवाता है।
विश्व रंगमंच दिवस का इतिहास।
विश्व रंगमंच दिवस की स्थापना सन 1961 में यूनेस्को के एक सहयोगी, अंतर्राष्ट्रीय रंगमंच संस्थान द्वारा की गयी थी, जिसे थिएटर की समृद्ध विरासत का जश्न मनाने और प्रदर्शन कलाओं में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के लिए बनाया गया था। 1962 में पेरिस में थिएटर डेस नेशंस के उद्घाटन की स्मृति में 27 मार्च की तारीख को चुना गया था, यह एक ऐसा आयोजन था जिसने दुनिया भर के थिएटर पेशेवरों को एक साथ लाया था और तब से Visw Rangmanch Diwas को वैश्विक स्तर पर विभिन्न प्रकार के समारोह का आयोजन करके चिन्हित किया जाता है।