पुरे विश्व में पाँच सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषाओं में से एक भाषा हिंदी है, जिसे विश्व में 4.46% लोगों द्वारा बोला जाता है और 150 से अधिक देशों में हिंदी भाषा का उपयोग किया जाता है। इसलिए, प्रति वर्ष 10 जनवरी को पुरे विश्व में “विश्व हिंदी दिवस (World Hindi Day)” के रूप में मनाया जाता है ताकि हिंदी भाषा को बढ़ावा देने के लिए विश्व भर में जागरूकता फैलाई जा सके और इसे संयुक्त राष्ट्र महासभा का राजभाषा घोसित करने के लिए प्रचारित किया जा सके। हिंदी भारत की अहम् भाषा है लेकिन इसे सरकार राष्ट्रभाषा घोसित करने में असमर्थ है क्यूंकि हमारा भारत विभिन्न संस्कृतियों और भाषाओँ का अद्भुद संगम है लेकिन इसके बावजूद भी भारत की बड़ी जनसँख्या हिंदी बोलती है।
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विश्व हिंदी दिवस का 2024 का थीम।
Visw Hindi Diwas प्रति वर्ष एक विषय पर आधारित कार्य करती है, जहाँ इस बार 2024 का विषय “हिंदी- पारंपरिक ज्ञान और कृत्रिम बुद्धिमत्ता को जोड़ना (Hindi- Bridging traditional knowledge and artificial intelligence)” रखा गया है। जो की हिंदी के पौराणिक ज्ञान को आज के नवयुग के कृत्रिम बुद्धिमता से जोड़ने का कार्य करेगा।
विश्व हिंदी दिवस का उद्देश्य।
Visw Hindi Diwas का मुख्य उदेश्य हिंदी के बारे में विश्व भर में जागरूकता पैदा करना और हिंदी को वैश्विक भाषा के रूप में विश्व में प्रचारित कर मान्यता प्रदान करवाना है साथ ही हिंदी बोलने वाले लोगों के प्रति एक सम्मान जनक दिवस के रूप में इसे मनाया जाता है।
विश्व हिंदी दिवस का महत्व।
Visw Hindi Diwas हिंदी भाषित लोगों की महत्ता को विश्व भर में उजागर करती है और साथ ही लोगों को हिंदी बोलने के लिए भी प्रेरित करता है।
Visw Hindi Diwas को विद्यालयों, कॉलेजों और सरकारी दफ्तरों में लेखन प्रतियोगिता, भाषण प्रतियोगिता और विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किये जातें हैं।
Visw Hindi Diwas हिंदी भाषा को संयुक्त राष्ट्र महासभा में आधिकारिक मान्यता प्रदान करवाने के प्रयाश को बढ़ावा देता है।
विश्व हिंदी दिवस का इतिहास।
विश्व हिंदी दिवस मूल रूप से वर्ष 1949 से जुड़ा है, जब हिंदी को संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा भारत की आधिकारिक भाषा के रूप मान्यता प्रदान की गयी थी, तब इसी उपलब्धि के उपलक्ष्य में 10 जनवरी 1975 को भारत की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी के द्वारा महाराष्ट्र के नागपुर में विश्व हिंदी सम्मलेन का उदघाटन किया गया था, जिसमे 30 देशों के 100 प्रतिनिधियों ने अपनी उपस्तिथि दर्ज करवाई थी।
विश्व हिंदी सम्मेमलन को Visw Hindi Diwas के रूप में प्रति वर्ष 10 जनवरी को मनाने की घोसणा भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह जी के द्वारा 2006 में की गयी थी और फिर इसी वर्ष से विश्व हिंदी दिवस मनाया जाने लगा।