नेत्रहीन और दृष्टि बाधित लोगों के जीवन में संचार व्यवस्था को सरल बनाने के लिए, उनके बातों को समझने और उन्हें समझाने के लिए प्रति वर्ष 04 जनवरी को “विश्व ब्रेल दिवस (World Braille Day)” के रूप में मनाया जाता है। ब्रेल लिपि के महत्व के बारे में जन-जन तक जागरूकता बढ़ाना इसका मुख्य कार्य है क्यूंकि ब्रेल कोई भाषा नहीं है यह एक प्रकार का कोड है, जिसे विभिन्न प्रकार की भाषाओं के लेखन में उपयोग किया जा सकता है।
Visw Braille Diwas मुख्य रूप से फ्रांस के ब्रेल लिपि के आविष्कारक लुई ब्रेल के जन्मदिन की स्मृति में प्रति वर्ष 04 जनवरी को मनाया जाता है, लुई ब्रेल बचपन में एक घटना के कारण दृष्टिहीन हो गएँ थे, जिसकी वजह से उन्होंने नेत्रहीन लोगों के लिखने पढ़ने के लिए इस लिपि की आविष्कार किया।
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विश्व ब्रेल दिवस 2024 का थीम।
Visw Braille Diwas प्रति वर्ष किसी विषय पर आधारित कार्य करता है, जहाँ वर्ष 2024 में “समावेशन और वितरण के माध्यम से सशक्तीकरण (Empowering Through Inclusion and Delivery)” करना इस दिवस का केंद्र बिंदु रहेगा।
विश्व ब्रेल दिवस का उदेश्य।
Visw Braille Diwas का मुख्य उदेश्य लोगों को ब्रेल लिपि के बारे में जागरूक करना, समाज में नेत्रहीन और सामान्य लोगों के बिच की असमानता को कम करना और नेत्रहीन-दृष्टि बाधित लोगों के लिए संचार व्यवस्था को और सुगम एवं सरल बनाना। यह दिवस अंधे या आंशिक दृष्टि वाले लोगों के मानवधिकारों की प्रतिरक्षा करने का प्रयाश करता है।
विश्व ब्रेल दिवस का महत्व।
- यह दिवस समाज की असमानता को कम करता है और साथ ही नेत्रहीन-दृष्टि बाधित लोगों को सशक्त बनाता है और उन्हें समाज में समान अवसर प्रदान करता है।
- इस दिवस के उपलक्ष्य में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग द्वारा कई कार्यक्रम आयोजित की जाती है।
- Visw Braille Diwas के उपलक्ष्य पर विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों और विकलांग स्कूलों में लेखन, भाषण और नाटक प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है।
विश्व ब्रेल दिवस का इतिहास।
दुनिया भर में नेत्रहीन लोगों एवं आंशिक दृष्टि वाले लोगों के हित और उनके मानवधिकारों के सम्बन्ध में जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2018 में आधिकारिक तौर पर 04 जनवरी को Visw Braille Diwas के नाम से घोसित कर दिया और फिर पहली बार दुनिया भर में 2019 से यह दिवस मनाया जाने लगा, जो की नेत्रहीन लोगों के लिए एक वरदान जैसा था।