राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस। (National Pollution Control Day in Hindi.)

rashtriya pradushan niyantran diwas

प्रदुषण पुरे विश्व के लिए एक गंभीर मुद्दा है क्यूंकि प्रदुषण के कारण ही वैश्विक और राष्ट्रीय स्तर पर जलवायु परिवर्तन हो रहा है, जिसके परिणामस्वरुप प्रकृति की प्रतिक्रिया की श्रृंखला में बदलाव देखने को मिल रहा है। प्रदुषण के कारण मानव जाती की जीवन और स्वास्थ्य गुणवत्ता में भी गिरावट आ रही है साथ ही साथ जिव-जंतु भी परेशान हो रहें हैं क्यूंकि प्रदुषण का बुरा प्रभाव हवा, पर्यावरण और जल तीनों जगहों पर हो रहा है। इसलिए, भारत में भी प्रदुषण को नियंत्रित करने के लिए 02 दिसंबर को “राष्ट्रीय प्रदुषण नियंत्रण दिवस (National Pollution Control Day)” के रूप में मनाया जाता है।

भारत में पितृसत्तात्मक समाज। (Patriarchal Society in India.)

patriarchy

पितृसत्तातमक समाज वो समाज है जहाँ पुरुष प्रमुख होतें हैं जिस घर में केवल पुरुष को ही प्राथमिकता दी जाती है, कोई भी फैसला लेने का विशेषाधिकार बस पुरुष को ही होता है किसी महिला को नहीं, अगर महिला के द्वारा कुछ किया भी जा रहा है तो वो घर के पुरुष से अनुमति लेकर ही कर सकती है, जहाँ पे महिला केवल घरो के काम के लिए ही होती हैं और पुरुष केवल बाहरी कामों के लिए, तो ऐसे रूढ़िवादी सोच को हम पितृसत्तातमक समाज कहते हैं।