भारत में धर्म परिवर्तन। (Religious Conversion in India in Hindi.)
हमारा भारत बहुधर्मी देश है, जहाँ विभिन्न प्रकार के धर्मों की रचनाएँ एवं उनका प्रचार-प्रसार हुआ है और हमारा भारतीय संविधान भी अपने देश के नागरिकों के साथ दुनिया के अन्य किसी भी देश के नागरिक को अपने धर्म को अभ्यास करने कि मौलिक अधिकार प्रदान करता है। बहुधर्मी होने के कारण हमारे भारत में सर्वोच्च मान्यता संविधान को प्रदान की गयी है जिससे सभी धर्मों के मध्य समानता, एकता और शांति स्थापित की जा सके। लेकिन, भारत की इसी बहुधार्मिक अनुकम्पा की दृष्टि “भारत में धर्म परिवर्तन (Bharat mein Dharm Parivartan)” का मूल कारण बनकर इसे समाज में गलत तरीके से प्रेरित कर रही है।