गुलामी उन्मूलन का अंतर्राष्ट्रीय दिवस। (International Day for the Abolition of slavery in Hindi.)
गुलामी, एक ऐसी कुप्रथा जो सदियों से चली आ रही है और आज भी समाज के कई हिस्सों में इसके अंश कई रूपों में सक्रिय हैं। आधुनिक दौर के इस समाज में ‘आधुनिक समय की गुलामी’ का प्रचलन बढ़ता ही जा रहा है, जैसे; मानव तस्करी, जबरन बाल श्रम, यौन शोषण, वेश्यावृत्ति, जबरन विवाह, सशस्त्र प्रतिद्वंद्विता में बच्चों की भर्ती। इन सभी आधुनिक गुलामी प्रथा को पूर्ण रूप से निष्क्रिय करने के लिए प्रति वर्ष 02 दिसंबर को “गुलामी उन्मूलन का अंतराष्ट्रीय दिवस (International Day for the Abolition of slavery)” मनाया जाता है, जो की गुलामी प्रथा को खत्म करने के प्रयासों को बढ़ावा देता है।