भारतीय अर्थव्यवस्था का निजीकरण। (Privatization of Indian Economy in Hindi.)
हमारी भारतीय अर्थव्यवस्था एक मिश्रित अर्थव्यवस्था का सार है, जहाँ सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र दोनों का योगदान महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है क्यूंकि भारत में समाजवादी और पूंजीवादी दोनों अर्थव्यवस्था मौजूद है। लेकिन अभी बीते कुछ वर्षों में सरकार के द्वारा “भारतीय अर्थव्यवस्था का निजीकरण (Bhartiya Arthvyavastha ka Nijikaran)” करने के प्रति रुझान बढ़ता जा रहा है, जिसके कारण आने वाले दशक में भारत मिश्रित से पूंजीवादी अर्थव्यवस्था की श्रेणी में खड़ा नज़र आएगा और हमारा भारत विकासशील से विकसित देश बन जायेगा।