भारत में प्रेस की स्वतंत्रता। (Freedom of Press in India.)

freedom of press

एक लोकतान्त्रिक देश में प्रेस की स्वतंत्रता का बहुत अधिक महत्त्व होता है क्यूंकि प्रेस किसी भी देश को पूर्ण रूप से लोकतंत्र बनाने के लिए रीढ़ की हड्डी का काम करती है इसलिए, “भारत में प्रेस की स्वतंत्रता (Freedom of Press in India)” को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ भी कहा जाता है, जिसके कारण लोगों को अपने देश की पल-पल की खबर होती है, लोगों में जागरूकता पैदा होती है लोग अपने हक़ के बारे जान पातें हैं, समाज में हो रहें अच्छाइ और बुराई को समझ पाते हैं और प्रेस लोगों की चौमुखी विकास करने में बहुत बड़ा योगदान देता है।