सोशल मीडिया: 21वीं सदी में क्रांति।(Social Media :The Revolution in 21st Century.)

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राधे-राधे, आदाब, सत्यश्रीकाल, हैलो मेरे प्यारे दोस्तों तो कैसे हो आप सब? आज मैं बात करने जा रहाँ हूँ सबसे तीव्र गति से बढ़ने वाली चीज जिसकी पुरे विश्व में सबसे ज्यादा मांग है और उसे उपयोग करने वाले लोगों की तुलना भी पूरी दुनिया में किसी से नहीं की जा सकती है, जिसे हम और आप सब “सोशल मीडिया (Social Media)” कहतें हैं।

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Social Media

सोशल मीडिया क्या है?

‘सामाजिक मीडिया’ (social media) आज के इंटरनेट का एक अभिन्न अंग है जो दुनिया में एक अरब से अधिक लोगों द्वारा उपयोग किया जाता है। यह एक ऐसा ऑनलाइन मंच है जहाँ सामाजिक मीडिया उपयोग करने वाले लोग अपनी पहुँच और पहचान को समाज में विस्तार करतें हैं और उनके द्वारा बनाये गए अपने प्रोफाइल (निजी सूचनाएं प्रदान करना) को सामाजिक मीडिया (फेसबुक, ट्विटर, व्हाट्सप्प, इंस्टाग्राम) पर प्रसारित करतें हैं, जिससे वह समाज के लोगों के साथ और विस्तार से जुड़ सकें और उनसे बात कर सकें।

दोस्तों मैं अगर बात करूँ एक दशक पहले की तो हम सब उस वक़्त भी मोबाइल जैसे यंत्रो का उपयोग करतें थे लेकिन अभी इस दशक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जितनी तीव्र गति के साथ आगे बढ़ी है, और आगे अभी बढ़ेगी तो आने वाले समय में इनके द्वारा ही समाज और देश को चलाया जायेगा और इसकी शुरुवात हो चुकी है क्यूंकि हम इन सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को नियंत्रण नहीं कर रहें हैं बल्कि यह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स हम सबको नियंत्रित कर रही है।

हम सबको ऐसा लगता है की हम सोशल मीडिया चला रहें हैं लेकिन यह हमारा सबसे बड़ा वहम है बल्कि वो हमे और हमारे समाज को चला रहे हैं क्यूंकि “हमे जिज्ञासा होती है की हम सोशल मीडिया खोल कर देखें उसपर क्या चल रहा है, कौन क्या कर रहें हैं और यह सभी जानकारी प्राप्त करने के लिए हमे अपनी सभी निजी जानकारियों को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर डालना पड़ता है जिससे की वो सोशल प्लेटफॉर्म्स हमारे बारे में सारी जानकारी प्राप्त कर हमे हमारे पसंद के चीजों को हमे दिखता है” जिससे वो हमे अपनी तरफ आकर्षित करता है और हम आकर्षित होतें हैं।

दोस्तों ये सब बातें तो ठीक है और आज के ज़माने में हम या आप और कर भी क्या सकतें हैं जब पूरा विश्व ही शारीरिक रूप से नहीं मिल कर वास्तविक रूप से मिलना पसंद कर रही है और जहाँ सभी चीजें ऑनलाइन हो गयीं हैं।

सोशल मीडिया के फायदे।

क) सोशल मीडिया दुनिया भर के लोगों से जुड़ने का एक महत्त्वपूर्ण साधन है और इसने विश्व में संचार को नया आयाम दिया है।

ख) सोशल मीडिया बहुत से छुपे प्रतिभा को अवसर और मंच भी प्रदान कर रही है, जिसके द्वारा बहुत से प्रतिभागी अपनी प्रतिभा को दुनिया के सामने दिखाने में सामर्थ्य हैं।

ग) वर्तमान में सोशल मीडिया कई व्यवसायियों के लिये व्यवसाय के एक अच्छे साधन के रूप में कार्य कर रहा है (ऑनलाइन लेनदेन, ऑनलाइन सामानो की डिलीवरी करना, ऑनलाइन डॉक्टर से मिलना)।

घ) वर्तमान में आम नागरिकों के बीच जागरूकता फैलाने के लिये सोशल मीडिया का प्रयोग काफी व्यापक स्तर पर किया जा रहा है।

ङ्ग) सोशल मीडिया उन लोगों की आवाज़ बन सकता है जो समाज की मुख्य धारा से अलग हैं और जिनकी आवाज़ को दबाया जाता रहा है।

च) वर्त्तमान में यह देखा गया है की सुचना प्रोधोगिकी की क्षेत्र में लोगों के द्वारा बहुत ही रूचि दिखाई गयी है, सोशल मीडिया और सुचना प्रोधोगिकी में बहुत से लोगों के द्वारा एक व्यवसाय के रूप में अपनाया जा रहा है (यूटूबर, लोगो-वेब डिज़ाइनर, वेबसाइट क्रिएटर, ब्लॉगिंग, कोडिंग, एप्लीकेशन मेकर)

छ) कई शोधों में सामने आया है कि दुनिया भर में अधिकांश लोग रोज़मर्रा की सूचनाएँ सोशल मीडिया के माध्यम से ही प्राप्त करते हैं।

दोस्तों हम सबको कहीं न कहीं यह मानना भी होगा की हम आज के समय में सोशल मीडिया के बिना एक दिन क्या एक पल भी नहीं गुजार सकतें भले ही हम कितनी भी जरुरी काम क्यों न भुल जाएँ और सच कहूं तो हमे अपनी ज़िन्दगी को सोशल मीडिया पर बेकार के चीजों में अपना कीमती समय बर्बाद ना करके केवल अपने काम के चीजों को महत्व देने लग जाएँ तो समाज में हमें कोई परेशानी देखने को नहीं मिलेगी और मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूँ क्यूंकि हम कितना भी चाह लें सोशल मीडिया से दुरी नहीं बना सकतें यह हम सबके ज़िन्दगी का एक हिस्सा बन चूका है लेकिन हम इस एडिक्शन को कम कर सकतें हैं अगर हम केवल सोशल मीडिया पर अपने कामों तक ही सिमित रहें तो हमारे समाज में कोई भी हो उसे इसकी लत नहीं लगेगी।

हम सब यह जानते हैं की कोई भी चीज हद से ज्यादा या हद से कम अच्छी नहीं होती उसे संतुलन में रखना बहुत जरुरी है क्यूंकि ऐसी कोई भी चीज नहीं जिसमे केवल अच्छाई हो उसमे थोड़ी बुराई भी अवश्य होती है, ऐसा इसलिए क्यूंकि अच्छाई अपने साथ-साथ बुराई भी लेकर आती है, बस अंतर इतना होता है की अच्छाई के बढ़ने से बुराई का अंत हो जाता है और बुराई के बढ़ने से अच्छाई खत्म हो जाती है, अब हमे यह तय करना है की हम किसे बढ़ते देखना चाहतें हैं।

सोशल मीडिया का महत्व।

दोस्तों अभी तक हमने सोशल मीडिया के बारे में चर्चा किया और देखा की किस तरह से यह अपनी पहुंच हम सब तक बढ़ा रही है क्यूंकि सोशल मीडिया बनाया ही इसी मकसद से गया है की लोग एक दूसरे के और करीब आ सकें, एक दूसरे को समझ सकें, देश में प्रेम भाईचारा और बढे, लोग अपनी भावनाओ को दूसरे के साथ बाट सकें, इस भाग-दौड़ वाली ज़िन्दगी में चीजों को और आसान कर दिया गया क्यूंकि आज किसी के पास इतना समय नहीं है की वह हर जानने वाले को अपना समय दे सकें, इसलिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स बनायें गएँ हैं, ताकि हम बिना किसीको समय दिए एक दूसरे से जुड़े रह सकें।

इसका सबसे बड़ा उदारहण हमे इस महामारी ने दिखाया है, जहाँ सोशल मीडिया, वर्चुअल प्लेटफॉर्म्स, ऑनलाइन सेवाएं यह सब की महत्ता इस कोरोना महामारी के समय हमसबने देखा है, इन सबकी जरूरतों को अपनी ज़िन्दगी में महसूस किया है पूरी दुनिया ऑनलाइन सेवा का उपयोग कर रही थी फिर चाहे वह डॉक्टर, पुलिस, शिक्षक, विद्यार्थी, ग्लोबल लीडर्स जैसे और कोई भी क्यों न हो।

यह हमने बातें की सोशल मीडिया की अच्छाइयों के बारे में जिसे बनाया भी इसी मकसद से गया है लेकिन फिर वही बात अच्छाई अपने साथ बुराई भी लेकर आती है, तो अब मैं आपको बताना चाहूंगा की किस तरह से सोशल मीडिया 21वीं सदीं और आने वाले समय में एक क्रांति है जिसके बुराइयों का प्रभाव हमारे और समाज के लोगो पर हो रहा है जिसे नज़रअंदाज़ किया जा रहा है।

सोशल मीडिया के नुक्सान।

अगर बात करें आज के इस आधुनिक तकनीकीकरण और सोशल मीडिया वाले बढ़ते इस समाज की तो एक तरफ हमारा समाज जिस अच्छे मकसद से आधुनिकता को अपना रहा है तो वहीँ दूसरी तरफ उस अच्छाई का गलत उपयोग भी किया जा रहा है जिसका हमारे समाज के ऊपर गलत प्रभाव पड़ता दिख रहा है, जैसे की:-

क) सोशल मीडिया का अत्यधिक उपयोग करना हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है (आँखों का ख़राब होना, मानसिक दबाओ में वृद्धि होना, ह्रदय सम्बन्धी रोग होना)

ख) सोशल मीडिया वायरस अटैक्स, थ्रेट्स, हैकिंग, साइबर बुलइंग, जैसे अपराधों को बढ़ावा देता है।

ग) सोशल मीडिया हेट-स्पीच और फेक न्यूज़ जैसे मामलों को फ़ैलाने का एक बड़ा स्त्रोत है, जो की आज के समय में और आने वाले समय में हिंसा का एक बड़ा कारण होगा।

घ) सोशल मीडिया में गोपनीयता की कमी होने का कारण ऐसा कई बार देखा गया है की आपका डाटा चोरी होने का खतरा रहता है।

ङ्ग) आज के युवा और बच्चों पर भी इसका गलत प्रभाव देखने को मिलता है, जैसे अश्लील गाने सुनना और अश्लील वीडियो देखना जो की उनकी मानशिकता को गलत दिशा में जाने के लिए प्रेरित करता है, जिसका असर हमारे समाज में देखने को मिलता है (गलत कमेंट करना, रेप, छेड़खानी करना, टार्चर करना)

च) सोशल मीडिया के जरिये धोखाधड़ी के मामले में भी बहुत ज्यादा इजाफ़ा देखने को मिला है।

दोस्तों मैं अंतिम में यही कहना चाहूंगा की हमारे देश में सोशल मीडिया को नियंत्रण में रख कर उसके लिए सरकार को और अच्छी नीतियां तैयार करते हुए इसके दुरुपोयग को रोकना होगा, जो की एक बहुत बड़ी चुनौती बनती जा रही है। आपकी भी राय इस मामले में बहुत ही एहम हो सकती है, तो आप अपनी राय भी कमेंट करके अवश्य दें।

“दवा जेब में नहीं परन्तु, शरीर में जाए तब असर होता है, ठीक वैसे ही अच्छे काम और अच्छे विचार सोशल मीडिया में सिर्फ प्रदर्शन के मतलब से नहीं बल्कि उसे अपने ह्रदय में उतारें तो एक अच्छे समाज और देश का निर्माण होता है”

दोस्तों, अगर आप समाज और देश से जुड़े आर्टिकल्स के बारे में और पढ़ना चाहतें हैं तो यहाँ क्लिक करके पढ़ सकतें हैं।


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2 thoughts on “सोशल मीडिया: 21वीं सदी में क्रांति।(Social Media :The Revolution in 21st Century.)”

  1. राधे राधे एक अच्छी ब्लॉग आई है जिससे अच्छी जानकारी प्रतिषत के हिसाब से मिला सोसल मीडिया के बारे में जागरूकता फैलाना भी बहुत अच्छी जानकारी है

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