भारत में सड़क दुर्घटना। (Road Accidents in India in Hindi.)

Share & Help Each Other

राधे-राधे, आदाब, सत्यश्रीकाल, हैलो मेरे प्यारे दोस्तों, हमारे देश में एक कहावत है, की अगर आपने भारत के सडकों पर वाहन चला लिया या फिर वाहन चलाना सिख लिया तो फिर एक बात स्पष्ट हो जाती है की आप दुनिया के किसी भी देश में वाहन अच्छी तरह से चला सकतें हैं क्यूंकि “भारत में सड़क दुर्घटना (Road Accidents in India) से सम्बंधित मामले और मौतें सबसे अधिक देखने को मिलती है।

हालांकि, ऐसा इसलिए होता है क्यूंकि भारतीय लोग अधिकतर अपनी लापरवाही के कारण सड़क दुर्घटना का शिकार हो जातें हैं और आज के समय में सड़क दुर्घटना (Road Accidents) के मामले समाज में बहुत आम बात हो गयी है और लोगों के द्वारा इसे गंभीरता पूर्वक नहीं लिया जा रहा है लेकिन वहीँ सरकार के लिए यह बहुत बड़ी चिंता का कारण बन चुकी है क्यूंकि सड़क दुर्घटना के मामले में भारत की स्तिथि चौका देने वाली है।

road accidents in india
Road Accidents

‘विश्व सड़क सांख्यिकी 2018’ के रिपोर्ट के अनुसार भारत पूरी दुनिया में सड़क दुर्घटना से होने वाली मौतों की संख्या में पहले स्थान पर है और ‘विश्व बैंक’ के रिपोर्ट के अनुसार भारत सड़क दुर्घटनाओं के मामले में भी सबसे ऊपर है और भारत के पास विश्व की केवल 1 प्रतिसत वाहन हैं लेकिन सड़क दुर्घटना (Road Accidents) में भारत में पुरे विश्व की 11 प्रतिसत मौतें होती हैं, जो की सभी देशों से अधिक है।

राष्ट्रिय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरोके अनुसार भारत में लगभग 449000 सड़क दुर्घटना के मामले 2019 में देखने को मिलें हैं, जो 2020 में घाट कर लगभग 421105 हो गए हैं लेकिन प्रतिवर्ष लगभग 1.5 लाख मौतें सड़क दुर्घटना से हो जातीं हैं, पिछले एक दशक में भारत में सड़क दुर्घटना से लगभग 13 लाख लोग मारे गएँ हैं और 50 लाख लोग घायल हुएँ हैं।

हालाँकि, भारत में सड़क दुर्घटनाएं पहले के मुकाबले कम हुईं हैं लेकिन अभी भी यह एक चिंता का विषय बना हुआ है क्यूंकि ‘सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय‘ के द्वारा यह अध्यन किया गया है की, सड़क दुर्घटना देश को ‘आर्थिक और सामाजिक’ रूप से बुरी तरह से प्रभावित कर रही है क्यूंकि सड़क दुर्घटना में अधिकतर 18 से 45 आयु के युवा वर्ग जो की कामकाजी व्यस्क होतें हैं, उनकी मृत्यु हो जाती है, जो की सड़क दुर्घटना (Road Accidents) में होने वाली मौत का कुल 75 से 80 प्रतिसत होता है, जिससे देश आर्थिक और सामाजिक दोनों स्तर पर प्रभावित होता है।

और पढ़ें:- भारत में खड़ी खेती का महत्व।

*भारत में सड़क दुर्घटना का प्रभाव।

क) आर्थिक प्रभाव-> सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा यह बताया गया है की, सड़क दुर्घटना में होने वाली मौतें या फिर विकलांगता का प्रभाव देश की अर्थव्यवस्था पर भी होता है क्यूंकि अधिकतर कामकाजी युवाओं के साथ सड़क दुर्घटना होती है, जो की देश की देश की ‘सकल घरेलु उत्पाद’ में अपना योगदान देतें हैं लेकिन सड़क दुर्घटनाओं के मामले से देश को एक वर्ष में सकल घरेलु उत्पाद का ‘0.55 -1.35 प्रतिसत’ का नुक्सान होता है।

ख) सामाजिक प्रभाव-> सड़क दुर्घटना के कारण अगर किसी ऐसे व्यक्ति की मौत हो जाती है या फिर वह विकलांग हो जाता है, जो की अपने परिवार के लिए रीढ़ की हड्डी है और उसके परिवार में केवल वही व्यक्ति कामकाजी था, तो फिर उस व्यक्ति का परिवार पुरे समाज में अकेला हो जाता है और उसका परिवार गरीबी की ओर अग्रसर होने लगता है।

ग) लिंग आधारित प्रभाव-> समाज में एक शादी-सुदा जोड़ा और उसके दो बच्चे हैं और अगर सड़क दुर्घटना के कारण पुरुष की मौत हो जाती है या वह विकलांग हो जाता है तो फिर पुरे घर का बोझ उस महिला पर आ जाता है।

*भारत में सड़क दुर्घटनाओं के कारण।

भारत में सड़क दुर्घटनाओं के अनगिनत कारण हैं और हमे आयेदिन न्यूज़पेपर और टीवी में ऐसे समाचार देखने को मिलते हैं, जो सड़क दुर्घटना से सम्बंधित होती है और जब लोग अपनी हदों को पार करतें हैं, तो ऐसी घटनाएँ सामने निकल कर आतीं हैं, जैसे:-

  • वाहन चलाते समय हेलमेट, सीट बेल्ट जैसी सेफ्टी किट न पहनना।
  • दुर्घटना से बचने के लिए सरकार द्वारा बनाए गए यातायात दिशानिर्देशों या नियमों का पालन ना करना।
  • लोगों का शराब पीकर गाड़ी चलाना और नींद की कमी होना।
  • ट्रकों और यात्री वाहनों पर ओवरलोडिंग की समस्या।
  • वाहन के आगे जानवरों का आना।  
  • बाइक चलाते हुए और कार चलाते हुए फोन कॉल्स में व्यस्त होना।
  • लोगों का गैर जिम्मेदाराना तरीके से सड़क पार करना।
  • लोगों की अनावश्यक ओवरटेक करने की प्रवृत्ति या सीमा से अधिक गति में सड़क पर वाहन चलाना।
  • युवा और किशोर वाहन चलाते समय अपनी स्टंटिंग क्षमताओं का प्रदर्शन करते हैं।
  • माता-पिता अपने किशोर बच्चे को गाड़ी चलाने की अनुमति देते हैं जो माता-पिता के गैर-जिम्मेदार व्यवहार को दर्शाता है।

और पढ़ें:- भारत में जीवनशैली रोगों का विस्तार।

*सड़क दुर्घटनाओं पर भारत सरकार की पहल।

भारत सरकार ने सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए बहुत से कार्यक्रम और जागरूकता अभियान चला रखें हैं, जो की भारतीय नागरिकों को सड़क सुरक्षा के प्रति अवगत कराता है, जैसे:-

क) भारत सरकार ने ’11 जनवरी से 17 जनवरी तक प्रति वर्ष सड़क सुरक्षा सप्ताह और ’18 जनवरी से 17 फ़रवरी तक प्रति वर्ष सड़क सुरक्षा माह मनाने और लोगों में सड़क दुर्घटना के प्रति जागरूकता फ़ैलाने के लिए इस कार्यक्रम की शुरुवात की है।

ख) भारत सरकार ने राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा निति के अंतर्गत “सुरक्षित सड़क संरचना, सड़क दुर्घटनाओं के लिए आपातकालीन चिकित्सा सेवाएँ, सड़क यातायात सुरक्षा सम्बन्धी शिक्षा और प्रशिक्षण, सुरक्षित ड्राइवर चयन प्रक्रिया और सुरक्षित वाहन” इन सभी पर अपना योगदान पूर्णरूप से प्रदान कर रही है।

ग) भारत सरकार ने अच्छे नागरिक (Good Samaritans) पुरूस्कार की योजना की भी शुरुवात की है, जिसमे सड़क दुर्घटना के वक़्त अगर कोई व्यक्ति सड़क दुर्घटना के शिकार व्यक्ति को तत्काल सहायता प्रदान कर उसे अस्पताल लेजाकर उसका उपचार करवाता है, तो सरकार उसे अच्छे नागरिक की पुरूस्कार के साथ-साथ नगद राशि का इनाम भी प्रदान करेगी।

घ) सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के द्वारा सड़क सुरक्षा को सम्बोधित करने के लिए ‘4E की रणनीति तैयार की है, जिसमे ‘शिक्षा(Education), इंजीनियरिंग(Engineering), प्रवर्तन(Enforcement), आपातकालीन(Emergency)’

ङ्ग) भारत सरकार ने भारीतय राज मार्गों पर ब्लैक स्पॉट्स (दुर्घटना संभावित क्षेत्र) का चयन कर उसके सुधार के लिए प्रस्ताव तैयार किया है, जिससे होने वाली सड़क दुर्घटनाओं को कम किया जा सके।

च) भारत सरकार के द्वारा हाल ही में मोटर वाहन संसोधन अधिनियम, 2019′ लेकर आया गया, जिसमे सड़क सुरक्षा सम्बन्धी यातायात कानूनों के दंड को और सख्त कर दिया है और यातायात के नियमों का उलंघन करने पर नगद जुर्माना और दंड दोनों बढ़ा दिए गएँ हैं।

हालाँकि, भारत सरकार की सड़क सुरक्षा के प्रति कार्यक्रम की वजह से सड़क दुर्घटनाओं के मामलों में कमी देखने को मिल रही है। सरकार अपना काम बड़े स्तर पर कर रही है लेकिंन एक भारतीय नागरिक होने के नाते हमारा भी फर्ज बनता है की सरकार की इस पहल में हम भी अपना समर्थन दुर्घटना को कम करने में दें।

और पढ़ें:- भारत में फेक न्यूज़ की समस्या।

*सड़क हादसों से बचने के उपाय।

सड़क हादसों (Road Accidents) को रोकने और कम करने के लिए सरकार अपनी पूरी कोशिश कर रही है लेकिन जब तक हम सरकार के कार्य में अपना योगदान नहीं देंगे तो सरकार कितनी भी कोशिश कर ले सड़क दुर्घंट्ना देश में कम नहीं हो सकती है, हमे भी अपनी सुरक्षा का ध्यान रखना पड़ेगा, जैसे:-

  • हमे हमेशा सड़क के नियमों के अनुसार ही वाहन चलानी चाहिए और वाहन चलाने से पहले हमे कुछ महत्वपूर्ण बातों की जांच कर लेनी चाहिए (वाहन पूरी तरह से ठीक है, हमने अपना सुरक्षा किट पहन रखा है, वाहन के मुताबिक अधिक भार तो नहीं है)।
  • ज्यादा देर तक वाहन चलाने के बाद विश्राम करना महत्वपूर्ण है, जिससे हम सड़क दुर्घटना से बच सकतें हैं और रास्ते में वाहन चलाते वक्त कम बातें करने की कोशिश करें क्यूंकि ऐसा करने आपका ध्यान केंद्रित रहेगा।
  • रात के वक़्त वाहन चलाते समय कोशिश करें वाहन धीरें चलाएं और जंगलों के क्षेत्र में ख़ास कर क्यूंकि वहाँ जानवरों के सामने आने का खतरा होता है।

सरकार अपनी नीतियां में भी थोड़े और बदलाव कर सकती है, जिससे सड़क दुर्घंट्ना (Road Accidents) में सुरक्षा के कार्य को प्रभावी रूप से किया जा सके, जैसे:-

  • सभी राष्ट्रीय राजमार्गों के लिए मोबाइल क्लिनिक या एम्बुलेंस सुविधा।
  • यातायात दिशानिर्देशों के उल्लंघन के खिलाफ अधिक सख्त या कठोर नियम।
  • सड़क हादसों की घटनाओं से निपटने के लिए सरकार राष्ट्रीय स्तर पर अंगूठा नियम बना सकती है।
  • पुलिस कर्मियों को उन माता-पिता पर जुर्माना लगाने की शक्ति दें जो अपने बच्चे को गाड़ी चलाने की अनुमति देते हैं।
  • सार्वजनिक परिवहन सड़कों और माल परिवहन सड़कों का पृथक्करण।
  • जानवरों के घूमने वाले क्षेत्रों पर साइन बोर्ड लगाएं, जहां इस बात की संभावना अधिक हो कि जानवर वाहनों के सामने आ जाएं।
  • लोगों के व्यवहार में बदलाव लाने के मकसद से जमीनी स्तर पर जागरूकता कार्यक्रम शुरू करें।
  • समाज में सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए हर जिले में मॉक ड्रिल करें।

इन्ही कुछ बातों का ध्यान रखकर हम और सरकार अपना काम सड़क दुर्घटना को कम करने और सड़क सुरक्षा के प्रति देश के लोगों में जागरूकता की कमी को दूर करने में कर सकतें हैं।

दोस्तों, आप सब सड़क दुर्घटना (Road Accidents) के बढ़ते मामले को देख कर अपनी भावना को निचे कमेंट करके बता सकतें हैं।

दोस्तों, आप ऐसे ही समाज और देश से जुड़े मुद्दों के बारे में और जानने और पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करके देख सकतें हैं।


Share & Help Each Other

1 thought on “भारत में सड़क दुर्घटना। (Road Accidents in India in Hindi.)”

  1. भारत के लोगों को इसके प्रति अपनी जागरूकता रखनी चाहिए और आपने इस लेख में बहुत ही अच्छे से लोगों को सड़क दुर्घटना के प्रति जागरूक किया है।

Comments are closed.