युवा किसी भी समुदाय, समाज और राष्ट्र की शक्ति होता है, जिसकी चेतनाएँ और बुद्धि की पराकाष्टा की कोई सिमा नहीं होती है और इन्ही चेतनाओं और बुद्धि का सदुपयोग हमारे समाज और राष्ट्र की उन्नति में अपना योगदान देता है। भारत में युवाओं की संख्या सबसे अधिक है, इसलिए, प्रति वर्ष भारत में स्वामी विवेकानंद जी के जन्म दिवस की जयंती पर 12 जनवरी को “राष्ट्रीय युवा दिवस (National Youth Day)” के रूप में मनाया जाता है और युवाओं में स्वामी विवेकानंद जी के सिद्धांतों और विचारों का प्रसार किया जाता है, जिससे युवा प्रेरित होकर अपने भीतर देशभक्ति की भावना उत्पन्न कर एक बेहतर भविष्य का सृजन कर सकें।
स्वामी विवेकानंद जी भारत समेत विश्व के अन्य देशों के युवाओं के लिए भी प्रेरणा का कार्य करतें हैं, उनके प्रेरणादायक भाषण और शिक्षा का सम्मान अन्य देशों के द्वारा भी किया जाता है।

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राष्ट्रीय युवा दिवस 2024 का थीम।
Rashtriya Yuva Diwas प्रति वर्ष एक विषय पर आधारित कार्य करता है, जहाँ वर्ष 2024 में “उठो, जागो और अपने पास मौजूद शक्ति को पहचानो (Arise, Awake, and Realise the Power You Hold)” विषय रखा गया है। जो की देश के युवाओं को उनके बेहतर भविष्य के लिए ललकारता है और उनसे अपने भीतर छिपी शक्तियों को पहचानने के लिए उकसाता है।
राष्ट्रीय युवा दिवस का उद्देश्य।
Rashtriya Yuva Diwas का मुख्य उदेश्य देश के युवाओं को जगरुक कर उनका सही मार्गदर्शन करना और स्वामी विवेकानंद जी की विचारधाराओं से युवाओं को प्रेरित करना। विभिन्न कार्यक्रमों के जरिये युवाओं को अपने जीवन को बेहतर बनाने के लिए प्रोत्साहित करना।
राष्ट्रीय युवा दिवस का महत्व।
- Rashtriya Yuva Diwas के उपलक्ष्य पर देश भर के विद्यालयों और कॉलेजों में युवाओं से समबंधित विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम, जैसे; स्वामी विवेकानंद पर भाषण प्रतियोगिता, निबंध लेखन, गीत, सेमीनार आयोजित किए जातें हैं।
- Rashtriya Yuva Diwas युवाओं को सामुदायिक सेवा और स्वयंसेवी कार्यों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करता है, जिससे युवाओं में जिम्मेदारी और नेतृत्व की भावना पैदा होती है।
- Rashtriya Yuva Diwas का आयोजन केवल भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी विभिन्न प्रकार के सेमीनार और भाषण आयोजित करके किये जातें हैं।
- Rashtriya Yuva Diwas के मौके पर भारत सरकार के द्वारा युवाओं से सम्बंधित उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए राष्ट्रीय युवा पुरुष्कार, खेलो इंडिया गेम्स का भी आयोजन किया जाता है।
राष्ट्रीय युवा दिवस का इतिहास।
Rashtriya Yuva Diwas की घोसणा 12 जनवरी, 1984 में स्वामी विवेकानंद जी के जन्म दिवस की जयंती पर भारत सरकार के द्वारा की गयी, जिसका उदेश्य युवाओं को प्रेरणास्त्रोत के रूप में प्रभावशाली विचारक और आध्यत्मिक नेता स्वामी विवेकानंद जी की विचारधाराओं से जोड़ना और उनके बेहतर भविष्य, सकारात्मक सोच अथवा उन्हें शसक्त बनाने के लिए प्रेरित करना। फिर तब से स्वामी विवेकानंद जी की जयंती के रूप में प्रति वर्ष युवाओं को जागरूक और शिक्षित करने के लिए प्रति वर्ष राष्ट्रिय युवा दिवस मनाया जाने लगा।