राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस 2024। (National Safety day in Hindi.)

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सुरक्षा सभी देशों की प्रथम प्राथमिकता होती है और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी देश बड़े पैमाने पर विभिन्न क्षेत्रों में सुरक्षा के सभी पहलुओं को अपना कर चलते हैं, चाहे वह सीमा की सुरक्षा हो, आतंरिक सुरक्षा हो, नागरिकों की सुरक्षा हो, पर्यावरण की सुरक्षा हो, कार्यस्थलों पर सुरक्षा, मानव स्वास्थ्य सुरक्षा, आदि। सुरक्षा सुनिश्चित करने का अनुसरण भारत के भी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद् द्वारा बखूबी निभाया जाता है, जो की प्रति वर्ष भारत में 04 मार्च को “राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस (National Safety Day)” के जरिये सुरक्षा सम्बंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियों से लोगों को अवगत करवाती है और जीवन के विभिन्न पहलुओं में सुरक्षा के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाती है, जिससे दुर्घटनाओं से बचने के लिए सुरक्षा प्रथाओं को बढ़ावा दिया जा सके।

दुर्घटनाओं के रोकथाम की सुनिश्चितता को बनाए रखने के लिए Rashtriya Suraksha Diwas सदैव सुरक्षा पद्धति की बेहतर कार्यान्यवयन के लिए प्रयाश करता रहता है। 

rashtriya suraksha diwas
Rashtriya Suraksha Diwas

Rashtriya Suraksha Diwas 2024 का थीम।

Rashtriya Suraksha Diwas प्रति वर्ष एक विषय पर आधारित कार्य करता है, जहाँ इस बार 2024 में “ईएसजी(पर्यावरण, सामाजिक और शासन) उत्कृष्टता के लिए सुरक्षा नेतृत्व पर फोकस (Focus on Safety Leadership for ESG Excellence)” दिया गया है, जो की सभी संगठनों और लोगों से यह अपील करता है की वह राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद् के लक्ष्य प्राप्त करने की दिशा में उसके सहायक बने। 

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राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस का उदेश्य क्या है?

Rashtriya Suraksha Diwas का मुख्य उदेश्य दुर्घटनाओं के रोकथाम के लिए उन सभी सुरक्षा उपायों पर प्रकाश डालना है जिनका पालन जीवन, पर्यावरण, सामाजिक और शासन के सभी स्तर पर सुनिश्चित किया जा सके। सुरक्षा के सभी पहलुओं के बारे में और सुरक्षा के प्रथाओं को बढ़ावा देने के बारे में जागरूकता फैलाना।

Rashtriya Suraksha Diwas का महत्व।

Rashtriya Suraksha Diwas को देश भर में विभिन्न प्रकार के नाट्य रूपांतरण, जागरूकता अभियान के जरिये सन्देश देकर लोगों तक पहुंचाने का कार्य किया जाता है, जो की इसकी महत्ता को वर्णित करता है।

राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस दुर्घटनाओं को कम करने के साथ लोगों में सुरक्षा की संस्कृति को जागृत कर उन्हें एक दूसरे की सुरक्षा करने के लिए प्रेरित करता है।

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एक सुरक्षित कार्य वातावरण उत्पादकता बढ़ाने में योगदान देता है। जब व्यक्ति अपने परिवेश में सुरक्षित महसूस करते हैं, तो वे अपने कार्यों पर ध्यान केंद्रित करने की अधिक संभावना रखते हैं, जिससे उच्च दक्षता और समग्र रूप से बेहतर कार्य प्रदर्शन होता है।

राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस का इतिहास।

Rashtriya Suraksha Diwas को मनाने की शुरुवात राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद् द्वारा सुरक्षा के प्रथाओं को सभी क्षेत्रों में बढ़ावा देने के लिए और सुरक्षा की महत्ता के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए की गयी थी। 04 मार्च, 1966 को भारत के श्रम मंत्रालय द्वारा एनएससी की स्थापना की गयी थी, जिसे कार्यस्थल सुरक्षा, स्वास्थ्य और पर्यावरण संबंधी चिंताओं को बढ़ावा देने के लिए गठित किया गया था।

राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद् की स्थपना दिवस के उपलक्ष्य में 1972 से प्रति वर्ष 04 मार्च को Rashtriya Suraksha Diwas मनाया जाता है।

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