पर्यटन किसी भी देश की प्राकृतिक सुंदरता, संस्कृति और धरोहर की महत्ता को परिभाषित करता है और भारत की पर्यटन इन सभी मामलों में विविधता का भण्डार है साथ ही भारत शैक्षिक, चिकित्सा और व्यवसाय पर्यटन में भी अग्रणी है क्यूंकि हमारा भारत विभिन्न प्रकार की संस्कृतियों और धरोहरों का अनमोल संगम है और भारत में विश्व स्तरीय शिक्षा, स्वास्थय और निवेश के भरपूर अवसर हैं, जिसके कारण भारत का पर्यटन उद्योग विश्व प्रचलित है साथ ही भारतीय अर्थव्यवस्था में भारत के पर्यटन स्थलों का महत्वपूर्ण योगदान है। इसलिए, भारत प्रति वर्ष पर्यटन के महत्व को अर्थव्यवस्था और भारतीय संस्कृति पर होने वाले सकारात्मक प्रभाव को और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 25 जनवरी को “राष्ट्रीय पर्यटन दिवस (National Tourism Day)” के रूप में मनाता है।
राष्ट्रीय पर्यटन दिवस पर्यटन मंत्रालय के द्वारा मनाया जाता है, जो की भारत में पर्यटन और पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने के प्रति निरंतर प्रयाश करते रहतें हैं।
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राष्ट्रीय पर्यटन दिवस 2024 का थीम।
Rashtriya Paryatan Diwas प्रति वर्ष एक विषय पर आधारित कार्य करता है, जहाँ इस बार 2024 में “सतत यात्राएँ, कालातीत यादें (Sustainable Journeys, Timeless Memories)” विषय है, जो की पर्यटकों को जिम्मेदार और सचेत यात्रा के प्रति जागरूक करता है।
राष्ट्रीय पर्यटन दिवस का उदेश्य।
Rashtriya Paryatan Diwas का मुख्य उदेश्य केवल भारतीय पर्यटकों को आकर्षित करना ही नहीं बल्कि दुनिया भर के पर्यटकों को भारत के पर्यटन के बारे में बताना और उन्हें भारत की विविध संस्कृति और प्राकृतिक सुंदरता के बारे में जागरूक कर भारतीय पर्यटन को बढ़ावा देना है।
राष्ट्रीय पर्यटन दिवस का महत्व।
- Rashtriya Paryatan Diwas की महत्ता भारत के अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने में मदद करती है और लोगों को पर्यटन को बढ़ावा देने के प्रति जागरूक करती है।
- भारत के पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन मंत्रालय द्वारा विभिन्न प्रकार के कार्यकर्म आयोजित किये जातें हैं साथ ही सभी राज्यों के द्वारा भी भिन्न-भिन्न प्रकार से अपने राज्य के पर्यटन स्थलों को बढ़ावा दिया जाता है, ताकि अधिक से अधिक पर्यटकों को अपने राज्य में आकर्षित किया जा सके।
- यह दिवस पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के भिन्न अवसर भी प्रदान करता है, जिसका सीधा असर भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाता है।
- इस दिन पर्यटन स्थलों पर रहने वाले नागरिकों को पर्यटकों के साथ सामान्य व्यवहार करने के लिए जागरूक किया जाता है।
राष्ट्रीय पर्यटन दिवस का इतिहास।
Rashtriya Paryatan Diwas की शुरुवात भारत सरकार द्वारा देश में पर्यटन की क्षमता को आर्थिक विकास और भारतीय संस्कृति के आदान-प्रदान के महत्वपूर्ण भूमिका के रूप में पहचानते हुए की गयी थी। पर्यटन के विभिन्न क्षेत्रों को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने बहुत से कार्यक्रमों एवं अभियानों का क्रियान्यवयन किया और इन सबके परिणाम के जश्न को मनाने के लिए एक दिन निर्धारित किया गया, जिसे Rashtriya Paryatan Diwas के रूप में मनाया जाने लगा।