लोकतांत्रिक देश में मतदाता की भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण होती है क्यूंकि मतदाता आम लोग होतें हैं और आम लोगों के मत से ही सरकारें बनती है और देश आगे बढ़ता है। इसलिए, भारतीय चुनाव आयोग प्रति वर्ष देश के नागरिकों और ख़ास तौर पर युवाओं को उनके मत की महत्ता के बारे में जागरूक करने के लिए 25 जनवरी को “राष्ट्रीय मतदाता दिवस (National Voters Day)” के रूप में मनातें हैं साथ ही लोगों को चुनावी प्रक्रिया में भाग लेने और अपने मताधिकार का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।
भारत में आज भी कई लोग ऐसे हैं जो अपने मत का उपयोग नहीं करते हैं या उनके पास मतदाता कार्ड नहीं है, तो ऐसे लोगों के नाम को मतदाता सूचि में अंकित करवाने के लिए प्रोत्साहित करना और उन्हें सुविधा प्रदान करना।
Table of Contents
राष्ट्रीय मतदाता दिवस 2024 का थीम।
Rashtriya Matdaata Diwas प्रति वर्ष एक विषय पर आधारित कार्य करता है, जहाँ इस बार 2023 के विषय को ही 2024 के विषय के रूप में रखा गया है, “वोट जैसा कुछ नहीं, वोट जरूर डालेंगे हम (Nothing Like Voting, I Vote for Sure)”, जो की निर्वाचन प्रक्रिया में मतदाताओं की शक्ति के महत्व को उजागर करती है और उनकी भावनाओं को व्यक्त करती है।
राष्ट्रीय मतदाता दिवस का उदेश्य।
Rashtriya Matdaata Diwas का मुख्य उदेश्य देश के युवाओं और नए मतदाताओं को निर्वाचन प्रक्रिया में भाग लेने और अपने मत का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित करना और निर्वाचन प्रक्रिया में मतदाताओं की उपस्तिथि के महत्व और प्रत्येक नागरिक को वोट देना उसका मूल अधिकार है, इसके बारे में जागरूकता फैलाना।
राष्ट्रीय मतदाता दिवस का महत्व।
- भारतीय चुनाव आयोग के द्वारा सभी राज्यों में विभिन्न प्रकार के मतदाता जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जातें हैं साथ ही वोटर्स को जागरूक करने के लिए निर्वाचन आयोग द्वारा छोटी फिल्म भी बनाई जाती है।
- Rashtriya Matdaata Diwas देश में मतदाताओं की संख्या में वृद्धि लाती है और देश के चुनाव में मतदाताओं की उपस्तिथि को सुनिश्चित करती है।
- Rashtriya Matdaata Diwas भारतीय निर्वाचन आयोग की महत्ता को विश्व में उजागर करने में मदद करता है, जिसके कारण भारतीय निर्वाचन आयोग विश्व की सबसे बड़ी निर्वाचन आयोग है।
- Rashtriya Matdaata Diwas के अवसर पर भारत के राष्ट्रपति विभिन्न राज्यों के निर्वाचन अधिकारियों को सर्वोत्तम चुनावी आचरण पुरस्कार से पुरुष्कृत कर उनके मनोबल को बढातें है।
राष्ट्रीय मतदाता दिवस का इतिहास।
राष्ट्रीय मतदाता दिवस ख़ास तौर पर भारतीय निर्वाचन आयोग के स्थापना दिवस 25 जनवरी, 1950 को चिन्हित करने के उपलक्ष्य में मनाया जाता है, जब निर्वाचन आयोग की स्थापना हमारे देश का संविधान लागू होने से एक दिन पहले हुआ था। लेकिन, इस दिवस को मनाने की घोसणा राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल जी के द्वारा 2011 में किया गया था, जिसका उदेश्य युवा मतदाताओं को चुनावी प्रक्रिया में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करना था और तब से Rashtriya Matdaata Diwas प्रति वर्ष मनाया जाने लगा।