सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज दिवस। (Universal Health Coverage Day in Hindi.)

saarvabhaumik swasthya coverage diwas

बेहतर स्वास्थ्य अच्छा जीवन हर कोई चाहता है लेकिन आज के इस दौर में स्वास्थ्य सम्बंधित बीमारियां आम बात हो गयी है और सबसे बड़ी समस्या है वित्तीय संसाधनों की कमी और अच्छी स्वास्थ्य जाँच प्राप्त करने के लिए सबके पास अतिरिक्त पैसे नहीं होतें हैं ख़ास तौर पर निम्न वर्ग के परिवार और गरीब लोगों के पास। इन मुद्दों को सम्बोधित करने के लिए प्रति वर्ष संयुक्त राष्ट्र के द्वारा 12 दिसंबर को “सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज दिवस (Universal Health Coverage Day)” के रूप में मनाया जाता है।

यूनिसेफ दिवस। (UNICEF Day in Hindi.)

UNICEF diwas

द्वितीय विश्व युद्ध के बाद कई बच्चे आश्रयहीन और अनाथ थे। इसलिए, बच्चों की देखभाल के लिए संयुक्त राष्ट्र ने बच्चों के लिए एक आपातकालीन कोष बनाया जो उन्हें अच्छा स्वास्थ्य, अध्ययन, दवाएँ प्रदान करता है और उनके कल्याण के लिए प्रयास करता है और साथ ही यह दुनिया भर के बच्चों को कठिन परिस्तिथियों में मानवीय सहायता प्रदान कर उनके भविष्य को बेहतर बनाने की कोशिश करता है। आज भी दुनिया भर में कई ऐसे अल्प-विकसित देश हैं, जहाँ युद्ध की स्तिथि बनी हुई है अथवा ग्रह युद्ध का माहौल बना हुआ है, ऐसी स्तिथि में बच्चों का भविष्य खतरे में पड़ जाता है। तो इन परिस्तिथियों से बच्चों को बाहर निकलने और उनके बेहतर भविष्य के लिए जागरूकता फ़ैलाने और धन जुटाने के उदेश्य से प्रति वर्ष 11 दिसंबर को “संयुक्त राष्ट्र बाल कोष दिवस (UNICEF Diwas)” के रूप में मनाया जाता है।

अंतराष्ट्रीय पर्वत दिवस। (International Mountain Day in Hindi.)

antarashtriya parvat diwas

पर्वत, इस पृथ्वी के पारिस्थितिक तंत्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा, जो की प्रकृति का वह हिस्सा है जो इंसानों और जानवरों को जीवनदायी चीजें मुहैया कराता है, साथ ही नदियों का उद्गम, लकड़ी का स्रोत, खानाबदोशों को आश्रय और भोजन का माध्यम भी प्रदान करता है। लेकिन, बीतें कुछ वर्षों में जलवायु परिवर्तन, अत्यधिक दोहन और मानव गतिविधियों के कारण पर्वतों की आपूर्ति शक्ति दिन-ब-दिन कम होती जा रही है और उनपर खतरे बढ़ते जा रहें हैं। इसलिए, पर्वतों की दोहन प्रक्रिया और उनकी सुरक्षा के प्रति जागरूकता फ़ैलाने के लिए प्रति वर्ष 11 दिसंबर को “अंतराष्ट्रीय पर्वत दिवस (International Mountain Day)” के रूप में मनाया जाता है।

मानव अधिकार दिवस। (Human Rights Day in Hindi.)

maanav adhikaar diwas

इस पृथ्वी पर जन्म लेने वाले सभी मानवों के अधिकार भी उसके साथ इस पृथ्वी पर आ जाती है अंतर बस इतना होता है की बहुत लोगों को उनके अधिकारों के बारे में कुछ भी ज्ञात नहीं होता है, जो की किसी भी मानव को आगे बढ़ने के लिए बाधित कर सकती है। मानव के अधिकारों को स्मरण करवाने और उनकी गरिमा, समानता और न्याय के  सिद्धांतों पर उन्हें जानकारी देने की मनसा से प्रति वर्ष 10 दिसंबर को “मानव अधिकार दिवस (Human Rights Day)” के रूप में मनाया जाता है।

अंतर्राष्ट्रीय भ्रष्टाचार विरोधी दिवस। (International Anti-Corruption Day in Hindi.)

antarashtriya bhrastachaar virodhi diwas

भ्रस्टाचार किसी भी बड़ी-से-बड़ी अर्थव्यवस्था को खोखला करने वाला दीमक है, भ्रस्टाचार एक प्रगतिशील अर्थव्यवस्था के लिए ग्रहण का कार्य करती है, जहाँ अमीर व्यक्ति और अमीर होता चला जाता है और गरीब व्यक्ति और गरीब। यह एक बराबरी के समाज की स्थापना नहीं करता है साथ ही भ्रस्टाचार करने वाला और भ्रस्टाचार कराने वाला दोनों ही बराबर के दोषी होतें हैं। इसलिए, इस नकारात्मक रवैये को खत्म करने के लिए प्रति वर्ष 09 दिसंबर को “अंतराष्ट्रीय भ्रस्टाचार विरोधी दिवस (International Anti-Corruption Day)” के रूप में मनाया जाता है।

अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन दिवस। (International Civil Aviation Day in Hindi.)

antarashtriya naagrik uddyan diwas

“अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन दिवस (International Civil Aviation Day) प्रति वर्ष 07 दिसंबर को मनाया जाता है, जो की उड्डयन की महत्ता को वैश्विक स्तर पर सामाजिक एवं आर्थिक विकास की आवश्यकता को दर्शाता है। विमानन विश्व के लोगों को, संस्कृतियों को अथवा अर्थव्यवस्था को जोड़ने में कितना महत्वपूर्ण योगदान देती है, इसकी विशेस्ता पर भी यह दिवस प्रकाश डालता है। अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन सभी अंतर्राष्ट्रीय यात्राओं को विनियमित करने और उनकी सुरक्षा, दक्षता एवं स्थिरता को सुनिश्चित करने के लिए जिम्मेदार होता है।

विश्व मृदा दिवस। (World Soil Day in Hindi.)

visw mrida diwas

मिट्टी और जल के संयोजन से हमारा जीवन चक्र इस धरती पर आगे बढ़ता है और केवल हमारा ही नहीं बल्कि इस धरती पर रहने वाले सभी जिव-जंतुओं का भरण-पोषण भी इसके संयोजन से होता है। मृदा और जल का अनमोल सम्बन्ध हमारे ग्रह के 95% से अधिक भोजन के मूलभूत संसाधनों का जरिया है, जिसके संरक्षण और उर्वरक शक्ति को और बढ़ाने के बारे में जागरूकता फ़ैलाने के लिए प्रति वर्ष 05 दिसंबर को “विश्व मृदा दिवस (World Soil Day)” के रूप में मनाया जाता है।

भारतीय नौसेना दिवस। (Indian Navy Day in Hindi.)

bhartiya nausena diwas

“नहीं कम हैं किसी से, जल में वर्षों बितातें हैं, समुद्र के शेर हैं हमारी भारतीय नौसेना, वक्त आने पर शौर्य दिखातें हैं”, हमारे भारत को तीनों ओर से सुरक्षा प्रदान करने वाली हमारी भारतीय नौसेना शौर्य, पराकर्म, समर्पण और वीरता का एक संपूर्ण उदारहण है। भारतीय नौसेना की वीरता का बखान करने, उनकी शौर्य की गाथा पुरे भारत वर्ष को सुनाने और वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पण करने के लिए प्रति वर्ष भारत 04 दिसंबर को “भारतीय नौसेना दिवस (Indian Navy Day)” के रूप में मनाता है, साथ ही इस दिन भारतीय नौसेना के उत्कृष्ट कार्यों को सम्मानित भी किया जाता है।

भारतीय संविधान दिवस। (Indian Constitution Day in Hindi.)

bhartiya samvidhaan diwas

संविधान, जिसके आधार पर एक लोकतांत्रिक देश आगे बढ़ता है और अपने तय किये गए गंतव्यों को हासिल करता है। संविधान केवल एक लिखी गयी पुस्तक मात्र नहीं होती है बल्कि यह एक लोकतांत्रिक देश की आत्मा होती है कुछ इसी प्रकार भारत ने भी अपने संविधान को सभी धार्मिक ग्रंथों से ऊपर मान्यता प्रदान की है। भारतीय संविधान को भारत ने 26 नवंबर, 1949 को भारतियों को समर्पित किया था, हालाँकि पूरा संविधान 26 जनवरी, 1950 को देश हित में लागू कर दिया गया था। इस ऐतिहासिक दिन को यादगार बनाने के लिए प्रति वर्ष भारत 26 नवंबर को “भारतीय संविधान दिवस (Indian Constitution Day)” के रूप में मनाता है।

सड़क यातायात पीड़ितों के लिए विश्व स्मरण दिवस। (World Remembrance Day for Road Traffic Victims in Hindi.)

sadak yatayaat piditon ke liye visw smaran diwas

आज के दौर में लोग अपने जीवन से अधिक महत्व अपने कामों को देने लग गएँ हैं, जिसके कारण हमे आयेदिन सड़क दुर्घटनाएँ जैसी घटना घठित होते नज़र आती है और इन सड़क दुर्घटनाओं में कितने लोगों की जानें चली जाती हैं, इसी सड़क दुर्घटनाओं में हुई लोगों की मौत को स्मरण करने के लिए प्रति वर्ष नवंबर के तीसरे रविवार को “सड़क यातायात पीड़ितों के लिए विश्व स्मरण दिवस (World Remebrance Day for Road Traffic Victims)” मनाया जाता है, जहाँ उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर उनके पीड़ितों को सहानुभूति प्रदान की जाती है।