भारत में धर्म परिवर्तन। (Religious Conversion in India in Hindi.)

bharat mein dharm parivartan

हमारा भारत बहुधर्मी देश है, जहाँ विभिन्न प्रकार के धर्मों की रचनाएँ एवं उनका प्रचार-प्रसार हुआ है और हमारा भारतीय संविधान भी अपने देश के नागरिकों के साथ दुनिया के अन्य किसी भी देश के नागरिक को अपने धर्म को अभ्यास करने कि मौलिक अधिकार प्रदान करता है। बहुधर्मी होने के कारण हमारे भारत में सर्वोच्च मान्यता संविधान को प्रदान की गयी है जिससे सभी धर्मों के मध्य समानता, एकता और शांति स्थापित की जा सके। लेकिन, भारत की इसी बहुधार्मिक अनुकम्पा की दृष्टि “भारत में धर्म परिवर्तन (Bharat mein Dharm Parivartan)” का मूल कारण बनकर इसे समाज में गलत तरीके से प्रेरित कर रही है।

भारत में ‘G-20 शिखर सम्मलेन, 2023’ का महत्व। (Importance of ‘G-20 Summit, 2023’ in India in Hindi.)

bharat mein G-20 shikhar sammelan

’18वीं G-20 Shikhar Sammelan, 2023′ की मेजबानी और अध्यक्षता भारत करने वाला है, जिसका थीम भारत ने “वसुधैव कुटुंबकम अथवा वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर” रखा है। भारत के इतिहास में पहली बार ऐसा होगा की “ग्रुप ऑफ़ ट्वेंटी (G-20)” की अध्यक्षता और मेजबानी भारत करेगा साथ ही यह भारत के लिए बहुत गर्व की बात है की इस बदलते युग के वैश्विक समीकरण में जब भारत वैश्विक मंच पर एक नेतृत्वकर्ता और महाशक्ति के रूप में उभर रहा है। “भारत में G-20 शिखर सम्मलेन, 2023 का महत्व (Importance of ‘G-20 Summit, 2023’ in India)” भारत को विभिन्न प्रकार से लाभान्वित करेगा।

गणतंत्र दिवस पर लेख। (Article on Republic Day in Hindi.)

gantantra diwas par nibandh

‘गणतंत्र’ एक बहुत ही सात्विक और एकता का भाव उत्पन्न करने वाला शब्द है, जहाँ ‘गण’ देश की जनता के लिए है और ‘तंत्र’ उस देश की सत्ता के लिए, मतलब ऐसा राष्ट्र जिसकी सत्ता जनसाधारण पर निहित होती है। हमारा प्यारा भारत अपनी गणतंत्र का जश्न प्रति वर्ष बड़े उत्सुकता और सम्मान के साथ मनाता है और हमारा “गणतंत्र दिवस (Republic Day)” भारत का राष्ट्रीय त्यौहार के रूप में मनाया जाता है, Gantantra Diwas के इस त्यौहार को ख़ास तौर पर भारत के सभी विद्यालयों और सरकारी विभागों में बड़े गर्व के साथ मनातें हैं।

डिजिटल इंडिया का महत्व। (Importance of Digital India in Hindi.)

digital india ka mahatva

भारत वर्त्तमान और भविष्य की जरूरतों को महसूस करते हुए अपनी अर्थव्यवस्था को मैनुअल से डिजिटल अर्थव्यवस्था में स्थानांतरित कर रहा है क्यूंकि वैश्विक समीकरण बहुत तेजी से बदल रहें है और दुनिया खुद को डिजिटल दुनिया की ओर अग्रसर कर रही है। “डिजिटल इंडिया का महत्व (Importance of Digital India)” समाज में आग की तरह फ़ैल रहा है क्यूंकि इसके उपयोग को भारत सरकार ने अपने नागरिकों के अनुकूल बना दिया है। डिजिटल दुनिया के मामले में भारत वर्त्तमान में नेतृत्वकर्ता की भूमिका निभा रहा है क्यूंकि डिजिटलीकरण से सम्बंधित भारत ने विशेष रूप से ‘Digital India Mission’ की शुरुवात की है।

भारतीय नागरिक के मौलिक कर्त्तव्य। (Fundamental Duties of Indian Citizen in Hindi.)

bhartiya nagrik ke maulik kartavya

किसी ज्ञानवान पुरुष द्वारा यह कहा गया है की “महान शक्तियों के साथ ही बड़ी जिम्मेदारियाँ भी आती हैं”, इसी प्रकार से हमारे भारत के संविधान के द्वारा जैसे अपने नागरिकों को मौलिक अधिकार (आम नागरिक के हाथों में स्वतंत्रता और सशक्तता की शक्तियाँ प्रदान करना) प्रदान की गयी है ठीक वैसे ही संविधान ने उन्हें मौलिक कर्त्तव्य (आम नागरिकों की अपने राष्ट्र के प्रति जिम्मेदारियाँ) भी प्रदान कियें हैं, जो की संविधान में “भारतीय नागरिक के मौलिक कर्त्तव्य (Bhartiya Nagrik ke Maulik Kartavya)” के नाम से अंकित है।

भारतीय नागरिक के मौलिक अधिकार। (Fundamental Rights of Indian Citizen in Hindi.)

bhartiya naagrik ke maulik adhikaar

संविधान में, “भारतीय नागरिक के मौलिक अधिकार (Bhartiya Naagrik ke Maulik Adhikaar)” भारत को एक संप्रभु, गणतंत्र, धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक देश बनाते हैं क्योंकि मौलिक अधिकार विविधता में एकता बनाए रखने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और भारतीय समाज के प्रत्येक समुदाय को गरिमापूर्ण जीवन के साथ उचित प्रतिनिधित्व प्रदान करते हैं। मौलिक अधिकार एक लोकतांत्रिक देश की जनता का वह अंग है जिसके बिना जनता अपाहिज है क्यूंकि एक लोकतांत्रिक देश में भारतीय नागरिक के Maulik Adhikaar ही उसे गरिमाशाली जीवन जीने का हक प्रदान करती है।

भारतीय सेनाएँ : देश का गौरव। (Indian Armed Forces : Pride of the Nation in Hindi.)

Bhartiya Senayen Desh ka Gaurav

भारतीय सेनाएँ हमारे देश की सम्प्रभुत्ता, शौर्य और करोड़ों लोगों के मर्यादाओं की रक्षा करने के लिए जाने जाते हैं, इसलिए हमारी “भारतीय सेनाएँ :देश का गौरव (Bhartiya Senayen : Desh ka Gaurav)” कहलातें हैं क्यूंकि वह भारत के ऐसे वीर सपूत हैं, जिन्होंने अपना जीवन अपने राष्ट्र को समर्पित किया है, वह ऐसे वीरयोद्धा हैं जो की अमर होने के लिए जीतें हैं, अपने देश की आन-बान-शान के लिए अपने सर पर कफ़न बाँध कर चलते हैं और जिनकी देश भक्ति अपने भारत माता की सेवा कर अपने लहू को समर्पित करके सिद्ध होती है।

भारतीय संस्कृति पर सिनेमा का प्रभाव। (Influence of Cinema on Indian Culture in Hindi.)

cinema ka bhartiya sanskriti par prabhav

हमारा भारत विभिन्न प्रकार की परम्पराओं एवं संस्कृतियों का एक अनमोल संगम है, जिसकी चर्चा पुरे विश्व में की जाती है और जिसके कारण हमारे भारत को ‘संस्कृति समृद्ध राष्ट्र’ भी कहा जाता है। जहाँ ‘कोष-कोष पर बदले पानी और सवा कोष पर वाणी’, ऐसा संस्कृति समृद्ध राष्ट्र पुरे विश्व में नहीं है और ‘सर मार्टिन लूथर किंग’ के द्वारा भी एक बहुत ही सुन्दर बात कही गयी है की “मैं अन्य देशों में एक पर्यटक के रूप में जा सकता हूं, लेकिन भारत में मैं एक तीर्थयात्री के रूप में आता हूं”, जो की हमारे भारतीय संस्कृति की ओर इशारा करता है ।

भारत में साइबर अपराध। (Cyber Crime in India in Hindi.)

bharat mein cyber apradh

भारत में इंटरनेट उपयोगकर्ताओं की संख्या 560 मिलियन से अधिक है, जो की पुरे विश्व में दूसरा सबसे बड़ा इंटरनेट और ऑनलाइन मार्किट है और भारत इस मामले में केवल चीन से पीछे है, जिस प्रकार इंटरनेट ने लोगों के जीवन को बहुत ही सरल बना दिया है ठीक उसी प्रकार इंटरनेट का दुरूपयोग भी दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है  और भारत दुनिया का एक सबसे बड़ा इंटरनेट उपयोगकर्ता होने के मामले में “भारत में साइबर अपराध (Bharat mein Cyber Apradh)” की घटनाओं में बड़ा उछाल देखने को मिला है।

जैविक खेती का महत्व। (Importance of Organic Farming in Hindi.)

jaivik kheti ke strot

“जैविक खेती का महत्व (Jaivik Kheti ka Mahatva)” दिन-प्रतिदिन बढ़ते जा रहा है, जिसका प्रमुख कारण है दुनिया भर में बढ़ती विभिन्न प्रकार की शारीरिक रोग, वायरस, महामारी और जिस प्रकार से कोरोना महामारी ने पुरे विश्व में स्वच्छता के साथ स्वस्थ जीवन शैली और शुद्ध खान-पान पर लोगों का ध्यान केंद्रित किया है, इससे जैविक आहार के प्रति लोगों की जागरूकता बढ़ी है और लोग स्वयं को रासायनिक खाद और कीटनाशक खेती से स्थानांतरण कर जैविक खेती से उत्पन्न हुए आहार का सेवन कर रहें हैं।