महिलाओं और लड़कियों से सम्बंधित हिंसा समाज में प्रचलित और सबसे हिंसानात्मक प्रक्रिया बनते जा रही है। इसलिए, महिलाओं और लड़कियों के प्रति समाज में बढ़ते अपराधों को खत्म करने एवं उसके प्रति जागरूकता फ़ैलाने के लिए संयुक्त राष्ट्र के द्वारा प्रति वर्ष 25 नवंबर को “महिलाओं के खिलाफ हिंसा उन्मूलन के लिए अंतराष्ट्रीय दिवस (International Day for the Elimination of Violence against Women)” मनाया जाता है। जिसका उद्देश्य समाज से महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ होने वाली घरेलू हिंसा, यौन हिंसा, शारीरिक रूप से प्रताड़ित, एसिड अटैक हिंसा और दास या यौनकर्मी के लिए तस्करी का शिकार जैसे अन्य हिंसा के बारे में जागरूकता अभियान चलाना।
Mahilaon ke Khilaaf Hinsa Unmulan ke liye Antarashtriya Diwas प्रति वर्ष एक विषय पर आधारित कार्य करती है, जो की 2023 में “एकजुट! महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ हिंसा को रोकने के लिए निवेश करें! (UNiTE! Invest to Prevent Violence Against Women & Girls!)”, जहाँ लोगों को समाज का एक जिम्मेदार नागरिक होने के प्रति यह स्मरण करवाया जा रहा है की महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ होने वाली हिंसाओं को कम करने के लिए एकजुट होकर निवेश करें।
आज भी कितने समुदाय और समाज के व्यक्तियों की मानसिकता लड़कियों के प्रति भेद-भाव वाली भावना रखतीं हैं, जिसके कारण उन्हें समाज का एक कमजोर अंग समझा जाता है और परिणामस्वरूप यह सभी हिंसानात्मक गतिविधियां समाज में देखने को मिलती हैं।
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महिलाओं के खिलाफ हिंसा उन्मूलन के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस का महत्त्व।
- यह दिवस बड़े स्तर पर महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ होने वाली हिंसा के सम्बन्ध में जागरूकता का प्रचार करती है साथ ही उन्हें आत्मरक्षा करने के बहुत से तरीके भी बताती है।
- यह दिवस अन्य देशों में चल रहीं महिला संगठनों को और मजबूत बनाने का प्रयत्न करती है साथ ही उन संगठनों में निवेश को बढाती है।
- किसी भी प्रकार की हिंसा से प्रभावित महिलाओं और लड़कियों को यह दिवस महिला संगठन द्वारा वकालत करने में और न्याय दिलवाने में सहायता प्रदान करती है।
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महिलाओं के खिलाफ हिंसा उन्मूलन के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस का इतिहास।
25 नवंबर, 1960 को डोमिनिकन देश के तानाशाह राफेल ट्रूजिलो के आदेश पर तीन डोमिनिकन राजनितिक मिराबल बहनों की बेरहमी से हत्या कर दी गयी थी। 7 फ़रवरी, 2000 को संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 25 नवंबर को आधिकारिक तौर पर Mahilaon ke Khilaaf Hinsa Unmulan ke liye Antarashtriya Diwas को मान्यता प्रदान की और अन्य देश के सरकारों, अन्तराष्ट्रीय संगठनों और गैर-अंतराष्ट्रीय संगठनों से आग्रह किया की वह भी महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ होने वाली हिंसा के प्रति सार्वजनिक रूप से जागरूकता और सामूहिक कार्यवाही को बढ़ावा देने का कार्य करें।