समाधान उन्मुख व्यक्ति कैसे बनें? [How to Become a Solution Oriented Person?]

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राधे-राधे, आदाब, सत्यश्रीअकाल, हैलो मेरे प्यारे दोस्तों,मैं हमेशा अपने आसपास समाज मे यह देखता हूँ की लोग आज के समय बहुत अधिक परेशान रहतें हैं और समस्या एक ऐसी चीज है, जो ईश्वर के पास भी थी तो हम मनुष्य फिर क्या चीज हैं लेकिन ईश्वर ने सबके जीवन में हर समस्या का समाधान (Solution) भी दिया है, तो हम आज यह जानते हैं की एक “समाधान उन्मुख व्यक्ति कैसे बने (How to Become a Solution Oriented Person)”।

how to become solution oriented person
Solution Oriented Person

आज मैं बात करूँगा एक ऐसे शब्द के बारे मे जो सभी के पास है और सब उससे परेशान भी है, जी हां मै बात कर रहा हूँ “समस्या” के बारे मे और आज के दौर मे इसके बारे मे कहना ही क्या जब  पूरी दुनिया एक महामारी से लड़ रही है और ये हमारा पीछा मरते दम तक नहीं छोड़ती लेकिन, ये भी सच है की हर समस्या का समाधान भी ईश्वर ने तय कर रखा है बस हमे हिम्मत रखने की जरुरत है।

दोस्तों मै एक बात बताऊ इस संसार मे जिस मानव ने  जनम लिया है वो अपने साथ अपनी सुख और दुःख दोनों लेकर आया है अंतर बस इतना है की इंसान  सुख प्राप्त होता है तो उसे वो अच्छा  लगता है और जब दुःख प्राप्त होता है तो उसे वो ख़राब लगता है लेकिन सच्चाई यही है की दुःख भी मनुस्य की ज़िन्दगी के साथ चलने वाला है इसलिए मनुस्य को इसे या तो स्वीकार करना चाहिये, या तो इसका समाधान करना चाहिए, या फिर इसे नज़रअंदाज़ कर आगे बढ़ना चाहिए क्यूंकि दुःख या फिर समस्या हमे हमारी ज़िन्दगी मे  ये सिखाने आती है की आगे  ज़िन्दगी मे और और कठीनाइयाँ आएंगे उसे कैसे हमे पार करना है और समसयाओ को  अपनी ज़िन्दगी की चुनौती समझ कर धीरे-धीरे उसपे विजय  विजय प्राप्त कर लेनी चाहिए, बिना कुछ किये तो कुछ भी हासिल नहीं होगा और पूरी ज़िन्दगी उस समस्या को लिए बैठे रह जाओगे, दोस्तों मै आपको एक उदाहरण देकर समझाता  हूँ :-  

   मेरे वृछ पर पंछी ने अपने घोसले मे कुछ अंडे दिए तो पहले बच्चे अंडे मे से बड़े होकर बहार आये तो उनके लिए अंडे से बहार आना एक चुनौती भरा कार्य था। फिर उनके सामने एक और समस्या थी की उन्हें खुले आसमान मे उड़ना था फिर बहुत  समस्याओं के बाद भी बच्चे उन चुनौतियों से बहार आये, और अब वो बच्चे खुले आसमान मे उड़ सकते थे और दुनिया देख सकते थे,तो आखिर मे उनको इस खुले आसमान मे उड़ने के लिए बहुत  से समस्याओ का सामना करना पड़ा लेकिन वो सबको एक चुनौती समझ कर पार करते गए और अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के बाद भी उन्हें बहुत से समस्याओ का सामना करना था।

तो दोस्तों मै इसके माध्यम से ये समझाना चाहता हूँ, की इस संसार मे जो प्राणी भी आ गया है, फिर वो पशु-पक्षी ही क्यों न हो समस्या तो सबके जीवन का हिस्सा होती है उसे अपना कर आगे बढ़ना ही श्रेश्ठता है और जीवन की हर समस्या हमे कुछ न कुछ प्रेरणा देती है और कुछ सीखा कर ही जाती है और हां दोस्तों आप सभी को एक बात तो बताना ही भूल गया की हर समस्या के समाधान के बाद जो आनंद प्राप्त होता है उसे केवल वो व्यक्ति ही महसूस कर सकता है जिसने उसे चुनौती समझ कर पार किया है, लेकिन आनंद तो निश्चित ही प्राप्त होगा। हम एक बात हमेशा भूल जाते है की सुख हमे तब ही आनंद देगा जब दुःख हमारे साथ हो क्यूंकि सुख तबतक हमे आनंदित नहीं कर सकता जबतक हमे दुःख का अनुभव न हुआ हो।

दोस्तों आज के समय मे तो समस्याओ का पहाड़ सबके सामने खड़ा है लेकिन ऐसे वक़्त मे जो व्यक्ति अपने आप को शांत और खुश रखने की कला को जनता है, वो व्यक्ति ही सारी चुनौती को पार कर लेता है और वो व्यक्ति शांत और खुश रह पाता है तो केवल सकारात्मक सोच के कारण और वो सकारात्मकता ही उस व्यक्ति को उसके चुनौती को पार करने के काबिल बनाती है।

समाधान को विशेषता देने वाले व्यक्ति के पांच लक्षण:-

क) उस व्यक्ति के पास इतनी क्षमता हो की वो समस्या के समाधान को भाप सके और उससे कैसे बाहर निकला जाये उसके तरीके सोचने लगे न की भावुक होकर बैठ जाये।

ख ) अपने समस्या को अच्छे से समझ कर भविष्य की सोचे और ये तय करे की अपनी स्थिति को बदलना है, साथ ही साथ वो व्यक्ति नकरात्मक घड़ी मे भी सकारात्मकता की सोचे।

) समस्या के समय वो व्यक्ति खुद से प्रश्ना करे और खुद से ही बोले  सामने एक चुनौती है जिसे स्वीकार करना है और ये सोचे की उसने क्या गलती की थी जिससे सिख ले कर अब वो आगे अपनी गलती को न दोहराये।

घ) स्थिति उस व्यक्ति को नहीं बल्कि व्यक्ति स्थिति को संभाले, स्थिति उसके पक्ष मे न होते हुए भी वो स्थिति को अपने पक्ष मे करे और समस्या के समय भी अपने दिमाग को शांत रख कर निर्णय करे।

ङ्ग) वो व्यक्ति एक दृढ संकल्पिये, एक आत्मवश्वासी हो जो समस्या के बाद के लक्ष्य और खुशियां देख पा रहा हो।

अगर मै कहुँ की नकरात्मकता पहले भी थी और आने वाले समय मे भी सभी जगह फैली हुई मिलेगी तो उस नकारत्मकता का समाधान अपने लेखन के द्वारा बताने की कोशिश करना चाहता हूँ जो की मैं अपने समाज और अपने देश के लिए सोचता हूँ।

दोस्तों मैं आप सब से भी पूछना चाहूंगा की क्या आप भी समस्या आने पर उसे चुनौती समझ स्वीकार करते हो या फिर उस समस्या के बारे मे बैठ कर चिंतन करते हो क्यूंकि समस्या आज है फिर कल नहीं, वो जाएगी जरूर लेकिन फर्क ये पड़ता है की आपने समस्या से कुछ सीखा और उसे हँसते-हँसते पार  किया या फिर उस समस्या ने आपपर गंभीर प्रभाव डाल दिया।

“इस धरती पे अपने आप को खुश रख पाना भी बहुत बड़ी जिम्मेदारी है, क्यूंकि आप खुद वो मनुस्य है जो आपके साथ हमेशा रहता है”

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15 thoughts on “समाधान उन्मुख व्यक्ति कैसे बनें? [How to Become a Solution Oriented Person?]”

  1. आज राधा रानी मोर मुकुट बंशी बाले की प्रेरणा से एक ऐसे बच्चे ने जो जिंदगी मै कुछ भी संभव है अगर आप उसको चुनौती के रूप में ले सकते हैं जिंदगी समस्याओं से घिरा हुआ है पर इन समस्याओं से हारना नहीं है अपितु चुनौती के रूप में स्वीकार कर आगे बढ़ना है धन्यवाद मेरे बच्चे तुम और भी समाज के लोगो के लिए कुछ भी कर सको राधा रानी मोर मुकुट बंशी वाले हमेशा तुम्हे कुछ नया करने की शक्ति प्रदान करें राधे राधे 👍👍🌹🌹👍👍✌️✌️

    • धन्यवाद। अगर आपका साथ मिलता रहा तो मै भी अपने समाज और देश के बारे मे लिखता रहूँगा।

  2. समस्या के बारे में आपके द्वारा दी गई उपरोक्त जानकारियों से बहुत प्रभावित हूं। आशा करता हूं भविष्य में भी ऐसे ही और लाभप्रद ब्लॉग आपके द्वारा मिले और मैं उसे यथाकथित पढ़ सकूं। बहुत बहुत धन्यवाद, आपका और आपके परिवार की कल्याण के लिए भगवान से प्रार्थना हूं। इस मुश्किल घड़ी में एक बार फिर से मेरे मन के अंतःकरण से धन्यवाद।

    • धन्यवाद। अगर आपका साथ मिलता रहा तो मै भी अपने समाज और देश के बारे मे लिखता रहूँगा।

  3. Wonderful thought and wonderfully written the current situation of people in these hard times, so remain positive and and face each and every problem as a challenge 😊😊

    • शुक्रिया मै जो देखता हूँ वही लिखने का प्रयाश करता हूँ।

  4. A great piece of motivation especially in contemporary times when everyone is facing some or the other problem. Very well written.

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