भारत में स्वास्थ्य और शिक्षा। (Health and Education in India.)

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राधे-राधे, आदाब, सत्यश्रीअकाल, हैलो मेरे प्यारे दोस्तों तो कैसे हो आप सब? दोस्तों अगर मै आपसे कहता हूँ की सिर्फ कुछ पल के लिए सोचो की किसी व्यक्ति के पास “स्वास्थय और शिक्षा (Health and Education)” ये दो चीज उसके जीवन में न हो तो कैसा होगा उसका जीवन, और आज के दौर में तो इनकी अहमियता मानो जैसे अतुलनीय है, जैसा की दोस्तों मुझे बताने की जरुरत नहीं है ये महामारी हमे हमारी स्वास्थय और स्वास्थय व्यवस्था दोनों से परिचित करवा रहा है।

health and education in india
Health and Education

दोस्तों मै जबभी सोचता हूँ की कोई भी देश तरक्की कर रहा है या तरक्की कर चूका है तो उन्होंने ये कैसे की होगी पहले मै भी सोचता था की उनके पास अच्छी तकनीकीकरण है, विज्ञान है, अंतरिक्ष में आगे हैं, काबिलियत है या फिर वो देश अमीर है, लेकिन फिर ख्याल आया की ये तो और भी देश में होते हैं तो वो तरक्की क्यों नहीं करते फिर अध्यन करने पर समझ आया की उनके तरक्की के पीछे उन्होंने “मानव पूंजी” पे ध्यान दिया है।

मानव पूंजी क्या होता है?

तो दोस्तों अब आप पूछ सकतें हैं की ये “मानव पूंजी” क्या होता है? तो मै बता दूँ की जिस देश में अगर “स्वास्थय और शिक्षा (Health and Education) को पहली प्राथमिकता” दी जाती है वहाँ खुद ब खुद ऐसे मनुष्य तैयार होते हैं जो अपने देश या समाज को आगे चल के भविस्य में तरक्की करने में सहायक होंगे क्यूंकि उन्होंने पहले ही उस व्यक्ति के स्वास्थय के साथ शिक्षा पे भी ध्यान दिया है इसलिए अब वो व्यक्ति अपने देश और समाज के लिए सम्पत्ति की तरह काम कर रहा है, जो अपने काम से अपने देश में भी योगदान कर सकेगा।

दोस्तों मुझे आपको एक कहानी सुनाने की इच्छा हो रही है:-

दो दोस्त थे राम और श्याम दोनों ने विचार किया की वो अपने बगीचे में पेड़ लगाएंगे तो दोनों ने अपने बगीचे में आम के 3-4 पेड़ लगाएं उसके बाद क्या देखने मिला की राम हमेशा अपने पेड़ पे ध्यान देता उनकी सेवा करता उनको समय से पानी और अच्छी खाद देता और ऐसा वो प्रतिदिन ही करता, लेकिन श्याम अपने कामों में थोड़ा ज्यादा व्यस्त रहता था और वो हमेशा अपने पेड़ पर ध्यान नहीं दे पाता था, उनकी सेवा भी अच्छे से नहीं कर पाता था कभी-कभी उनको पानी दे दिया करता था, तो कुछ समय के बाद जो राम के आम के पेड़ थे वो उसे फल, ऑक्सीजन, छाओं, और ठंडी हवा ये सब प्रदान कर रहें थे लेकिन वहीँ श्याम के आम के पेड़ तो बेचारे बड़े ही नहीं हुए वो मर गए।

तो दोस्तों इस प्रकार राम ने अपने पेड़ के सेहत का ध्यान रखा तो भविस्य में उसके पेड़ ने उसे अपनी सम्पत्ति प्रदान की।

ठीक इसी प्रकार मेरा मानना है और आशा करता हूँ आप भी ऐसा ही सोचते होंगे की हम सबको हमारी पहली प्राथमिकता अपने स्वास्थय और शिक्षा को बनानी चाहिए और मैं अपने इस लेखन के माध्यम से सरकार से भी कहना चाहूंगा की वो पहली प्राथमिकता स्वास्थय और शिक्षा को दे तो देश खुद से ही तरक्की की सीढियाँ चढ़ेगा।

स्वास्थय और शिक्षा का महत्व

क) स्वास्थय और शिक्षा अच्छी होने के कारण हमारे रहने-खाने सभी चीजों की शैली में बदलाव आ जाता है क्यूंकि हमे मालूम होता है की हमारे लिए क्या अच्छा है और इसका ज्ञान शिक्षा ही देती है।

ख) अच्छी स्वास्थय और अच्छी शिक्षा होने से हम अपने जीवन स्तर की शैली को अच्छा कर पातें हैं और अपने साथ-साथ अपने परिवार का भी ध्यान और उन्हें खुश रख पातें है।

ग) अच्छा स्वास्थय और अच्छी शिक्षा हमे अपने सामने अच्छा जीवन जीने के लिए बहुत सारे अवसर भी प्रदान करता है।

घ) अच्छा स्वास्थय और अच्छी शिक्षा अक्सर हमारे जीवन में खुशियां ही लेकर आता है।

ङ्ग) अच्छी स्वास्थय और शिक्षा से हम अपने काम को और उत्साह से पूर्ण कर पातें हैं जिससे अपने काम के प्रति हमारा योगदान और अधिक हो जाता है।

अगर मैं आपसे पूछूँ की इस दुनिया का सबसे अमीर आदमी कौन है, तो आप किसी व्यक्ति विशेष का नाम बताएँगे लेकिन मैं सोचता हूँ की “दुनिया में हर एक आदमी जो की अपने शरीर से स्वस्थ है उसे कोई तकलीफ या किसी प्रकार का रोग नहीं है तो वो दुनिया का सबसे अमीर आदमी है और सुखी भी

भारत में स्वास्थय और शिक्षा प्रणाली।

दोस्तों हमारे देश में स्वास्थय और शिक्षा के मामले में हम तरक्की तो कर चुके हैं और इसे बेहतर बनाने के लिए प्रयाश जारी भी हैं, देखा जाये तो और देशो के मुकाबले हम पीछे भी नहीं हैं सबके कंधो से कंधे हम भी मिला कर चल रहे हैं, फिर आपके मन में सवाल आएगा की जब हम स्वास्थय और शिक्षा में इतने अच्छे हैं तो इतनी समस्या क्यों देखने मिलती है, तो वो इसलिए क्यूंकि हमारा देश अपने कुल सकल घरेलू उत्पाद का केवल 1.2%स्वास्थय पर खर्च करती है जिसके लिए सरकार को कम से कम 3% खर्च करने की सिफारिश की गयी है और शिक्षा में हमारा देश अपने कुल घरेलू उत्पाद का केवल 4.6% खर्च करता है जिसके लिए सरकार को कम से कम 6% खर्च करने की सिफारिस की गयी है।

तो दोस्तों अब आप ही बताइए की हमारे देश की जनसँख्या भी तो पुरे विश्व में दूसरे पायदान पर आती है और सरकार के द्वारा कम खर्च किये जाने पर स्वास्थय-शिक्षा अच्छी होने के कारण भी जन-जन के पहुँच से बाहर है, जिसके कारण हमे हमारे देश में अच्छी स्वास्थय और शिक्षा को लेकर समस्या देखने को मिलती है। सरकार को इन दोनों को जन-जन तक पहुँचाने की व्यवस्था करनी चाहिए जिसके लिए मेरे मन में यह विचार आता है की सरकार को इन तीन चीजों पे काम करना आवश्यक है:-

-> स्वास्थय और शिक्षा को जन-जन तक “उपलब्ध” कराना।

-> स्वास्थय और शिक्षा को जन-जन तक “सुलभ” बनाना।

-> स्वास्थय और शिक्षा को जन-जन को “किफायती” मूल्य पर प्रदान करना। 

तो इस तरह से कुछ हमारे और कुछ सरकार के योगदान से हमारा देश स्वास्थय और शिक्षा में पुरे विश्व में और अच्छा बन सकता है और भविस्य में अपने देश के लिए उच्च स्तर पे मानव पूंजी को तैयार कर सकता है।

इसलिए दोस्तों स्वास्थय और शिक्षा को हम सभी को पहली प्राथमिकता देनी चाहिए और इसके लिए सरकार ही सिर्फ इसकी जिम्मेदार नहीं है हम सबको भी अपने स्तर से अपने स्वास्थय-शिक्षा दोनों पर ध्यान देना चाहिए, वो हम कैसे कर सकतें हैं तो हम प्रतिदिन अपने शरीर को थोड़ा समय तो योग प्राणायाम, व्यायाम करने में दे ही सकतें हैं जिससे आपका स्वास्थय अच्छा रहे और अगर आपने अपने स्वास्थय का ध्यान खुद रखना शुरू कर दिया तो फिर किसी बाहर वाले की जरुरत नहीं पड़ेगी की वो आपके स्वास्थय का ध्यान रखे।

“अच्छा स्वास्थय एक निरोग्य जीवन देता है और अच्छी शिक्षा हमेशा जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा”

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7 thoughts on “भारत में स्वास्थ्य और शिक्षा। (Health and Education in India.)”

  1. राधा रानी मोर मुकुट बंशी वाले की प्रेरणा से आपने ये अपने लेख से एक अदद सुझाव दिया है कि जो लोग अपने आज को संवार ले उसे जीवन में कभी भी किसी के आगे झुकना नहीं होगा और इसके लिए आपने बहुत ही अच्छा सुझाव दिया है। स्वास्थ्य को अपनी दिनचर्या में शामिल करे और शिक्षा के छेत्र में अपनी मुकाम हासिल करे इसलिए दोनों ही महत्वपूर्ण है थोड़ी सी शरीर की देखभाल और उच्च शिक्षा प्राप्त कर आगे बढ़ना अति सुंदर बातों पर आपने लोगों का ध्यान रखा और आगे भी कुछ बताएं ऐसी उम्मीद रखते हैं राधे राधे

  2. Bahut achcha likha hai kanha ji ka kripa hamesha Tum per aise hi bana rahe aur aise hi achcha se likhate raho.
    Radhe Radhe 🥰🌹

  3. “जीवन में शिक्षा ही आधार है,
    बिना शिक्षा जीवन निराधार है”!!
    स्वास्थ्य और शिक्षा जीवन भर हमारे साथ रहती है, अच्छा स्वास्थ्य हमें लंबी उम्र देता है, तो वहीं शिक्षा जब तक हम जीवित हैं हमें हर एक क्षण कुछ नया सिखाती है, तो हम सब इस ब्लॉग के द्वारा शिक्षा और स्वास्थ्य को महत्व देते हुए उसे अपनी जीवन का हिस्सा बना ले.
    Radhe radhe🥰🥰

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