राष्ट्रीय विज्ञान दिवस 2024। (National Science Day in Hindi.)

rashtriya vigyaan diwas

आज के नवयुग की सबसे महत्वपूर्ण माँग है विज्ञान की समझ क्यूंकि आज के ज़माने का हर नर और नारी कहीं-न-कहीं किसी-न-किसी प्रकार से विज्ञान अथवा विज्ञान के कारकों से जुड़ा हुआ है, विज्ञान दुनिया के सभी लोगों के साथ इस प्रकार से जुड़ चूका है की वह अपनी रोजमर्रा की ज़िन्दगी को बिना विज्ञान के उपयोग किये बिना नहीं गुजार सकतें हैं। इसलिए, भारत विज्ञान की इस महत्ता को उजागर करने, लोगों में विज्ञान की समझ विकसित करने और विज्ञान के प्रति जागरूकता फ़ैलाने के लिए प्रति वर्ष 28 फ़रवरी को “राष्ट्रीय विज्ञान दिवस (National Science Day)” के रूप में मनाता है।

अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस 2024। (International Mother Language Day in Hindi.)

antaraashtriy maatribhasha diwas

भाषा दुनिया भर के विभिन्न देशों के लोगों को जोड़ने का एक सुगम माध्यम माना जाता है, सभी देशों की अपनी एक या एक से अधिक मातृभाषा होती है, जो उनके देश में अत्यधिक रहने वाले लोगों के द्वारा बोली जाती है। भाषा न केवल संचार का साधन है बल्कि यह किसी भी क्षेत्र के सांस्कृतिक विविधता और बौद्धिक विरासत के परिदृश्य का भी पूर्ण वर्णन करती है और मातृभाषा विभिन्न क्षेत्रों के लोगों को जोड़ने और उनके बीच संपर्क सूत्र तैयार करने का काम करती है। इसलिए, मातृभाषा की महत्ता को ध्यान में रखते हुए प्रति वर्ष 21 फ़रवरी को अंतराष्ट्रीय स्तर पर दुनिया भर में “अंतराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस (International Mother Language Day)” मनाया जाता है, जो की भाषाई और सांस्कृतिक विविधता के बारे में जागरूकता फ़ैलाने का कार्य करता है और बहुभाषावाद को बढ़ावा देता है।

विश्व सामाजिक न्याय दिवस 2024। (World Day of Social Justice in Hindi.)

visw samajik nyay diwas

विविधता की दुनिया में धर्म, नस्ल, रंग, जाति, लिंग के बीच भेदभाव एक बहुत ही सामान्य घटना है और हमारे समाज में भेदभाव, असमानता और गरीबी के इस व्यवहार के कारण, सामाजिक न्याय प्रदान कर इस मुद्दे को संबोधित करना अत्यंत आवश्यक है। इसलिए, दुनिया भर में अनुस्मारक के रूप में सामाजिक न्याय को बढ़ावा देने और जागरूकता फ़ैलाने के लिए प्रत्येक वर्ष 20 फ़रवरी को “विश्व सामाजिक न्याय दिवस (World Day of Social Justice)” के रूप में मनाया जाता है, जिससे प्रत्येक वर्ग के व्यक्ति की गरिमा को सुनिश्चित किया जा सके और भेदभाव, असमानता और गरीबी के पैमाने को दूर कर सबको समान न्याय प्रदान किया जा सके।

राष्ट्रीय महिला दिवस 2024। (National Women’s Day in Hindi.)

rashtriya mahila diwas

महिलाओं की विज्ञान, कला, खेल, उद्यमिता, राजनीतिक और आर्थिक उपलब्धियों को देश में एक नयी पहचान देने के लिए और उन्हें सम्मानित करने के लिए प्रति वर्ष भारत 13 फ़रवरी को “राष्ट्रीय महिला दिवस (National women’s Day)” के रूप में मनाता है। यह दिवस भारत की महान स्वतंत्रता सेनानी और कवियत्री ‘श्रीमती सरोजिनी नायडू’ के जन्मदिवस की स्मृति में मनाया जाता है। भारतीय स्वतंत्रता के दौरान उनकी महत्वपूर्ण भूमिका भारतीय महिलाओं के लिए प्रेरणा का कार्य करती है और उन्हें अपने जीवन में आगे बढ़ने का प्रोत्साहन देती है।

विश्व रेडियो दिवस 2024। (World Radio Day in Hindi.)

visw radio diwas

संचार एवं मनोरंजन की दुनिया में सबसे पहले अपनी पहचान बनाने वाला ‘रेडियो’ आज डिजिटल प्रौद्योगिकी और कृत्रिम बुद्धिमत्ता की दुनिया के चमक में मानो जैसे इसकी महत्ता बिलकुल खत्म हो गयी है। हालाँकि, रेडियो पहले भी संचार और मनोरंजन का एक मुख्य स्त्रोत था और आज भी गाँव और पिछड़े इलाकों में और जन-जन तक संचार व्यवस्था को सुगम, सुव्यवस्थित और विश्व के कोने-कोने से लोगों को जोड़े रखने में रेडियो एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इसलिए, सूचना, संचार और मनोरंजन की सबसे पुराने शक्तिशाली माध्यम रेडियो की महत्ता को सदैव जीवित रखने के लिए प्रति वर्ष 13 फ़रवरी को “विश्व रेडियो दिवस (World radio Day)” के रूप में मनाया जाता है।

विश्व दलहन दिवस। (World Pulses day in Hindi.)

visw dalhan diwas

दुनिया भर में लोगों को सामान्य रूप से जीवित रहने के लिए सबसे महत्वपूर्ण है भोजन और भोजन में भी सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं विभिन्न प्रकार की दालें, जिनमे समृद्ध प्रोटीन का स्रोत होता है और ख़ास तौर पर शाकाहारी लोगों के लिए लेकिन भोजन में दालें लोगों की मूलभूत आवश्यकता भी होती है। इसलिए, प्रति वर्ष दालों की महत्ता को उजागर करने के लिए 10 फ़रवरी को “विश्व दलहन दिवस (Visw Dalhan Diwas)” के रूप में मनाया जाता है, जहाँ विभिन्न प्रकार के दालों के सकारात्मक प्रभाव का प्रमाण दिया जाता है साथ ही वैश्विक पोषण, कृषि और सतत विकास में दालों की महत्वपूर्ण भूमिका का वर्णन करता है।

महिला जननांग विकृति के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस 2024। (International Day against Female Genital Mutilation in Hindi.)

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जीवन के सभी स्तर पर महिलाओं को किसी न किसी रूप में सामाजिक भेदभाव का सामना अवश्य करना पड़ता है, इसी भेदभाव से सम्बंधित एक कुप्रथा है जो महिलाओं के जननांग के साथ खिलवाड़ करता है। इसलिए, प्रतिवर्ष 6 फरवरी को मनाया जाने वाला “महिला जननांग विकृति के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस (International Day against Female Genital Mutilation)”, Mahila Jananaang Vikriti की कुप्रथा को समाप्त करने और दुनिया भर में महिलाओं और लड़कियों के अधिकारों और कल्याण की वकालत करने की वैश्विक प्रतिबद्धता का एक शक्तिशाली प्रमाण है। यह दिन जागरूकता बढ़ाने, संवाद को बढ़ावा देने और जननांग विकृति की गहरी जड़ें जमा चुकी परंपरा के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करता है।

विश्व कैंसर दिवस। (World Cancer Day in Hindi.)

visw cancer diwas

कैंसर एक ऐसा रोग जिसका नाम सुनते ही लोगों के भीतर खौफ उत्पन्न हो जाता है, कैंसर पूरी दुनिया में दूसरी सबसे बड़ी मृत्यु का कारण और 70% कैंसर के मरीज निम्न और मध्यम आय वाले देशों से निकल कर आतें हैं। इसलिए, कैंसर के प्रति विश्व में जागरूकता फ़ैलाने और लोगों को शिक्षित करने के लिए प्रति वर्ष 04 फ़रवरी को “विश्व कैंसर दिवस (World Cancer Day)” के रूप में मनाया जाता है, जिससे कैंसर की रोकथाम, उपचार और पहचान की जा सके, यह एक प्रकार की वैश्विक स्वास्थ्य सेवा कार्यक्रम है।

विश्व आर्द्रभूमि दिवस। (World Wetland Day in Hindi.)

visw aardrabhumi diwas

वेटलैंड्स पर्यावरण के पारिस्थितिकी तंत्र में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, वेटलैंड्स होने के कई फायदे हैं और वेटलैंड्स दुनिया के हर कोने में मौजूद हैं, लेकिन ग्लोबल वार्मिंग, पानी के खारेपन, अस्थिर विकास और मानवजनित गतिविधियों के कारण वेटलैंड्स की स्थिति दिन-ब-दिन ख़राब होती जा रही है। आर्द्रभूमियाँ जलवायु परिवर्तन को निर्धारित करने के लिए एक संकेतक के रूप में भी काम करती हैं, इसीलिए, आर्द्रभूमियों के तेजी से हो रहे नुकसान के बारे में जागरूकता बढ़ाने और लोगों को उनके संरक्षण और पुनर्स्थापना के लिए कार्रवाई करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए, दुनिया भर में 02 फरवरी को “विश्व आर्द्रभूमि दिवस (World Wetland Day)” ​​के रूप में मनाया जाता है।

भारतीय तटरक्षक दिवस। (Indian Coast Guard Day in Hindi.)

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भारतीय क्षेत्र में हिंद महासागर, अरब महासागर और बंगाल की खाड़ी की तटीय सीमा का एक बड़ा क्षेत्र शामिल है, इसलिए भारत इस क्षेत्र की सहायता, सुरक्षा और स्थिरता को सुनिश्चित के लिए जिम्मेदार है। भारत की इतनी बड़ी तटीय सीमा होने के कारण, भारत ‘विशेष आर्थिक क्षेत्र’ में अपने स्वयं के भारतीय तट रक्षक बल रखता है, जो भारत की सहायता, सुरक्षा और स्थिरता की पुष्टि करता है और तटीय क्षेत्रों में समुद्री मार्ग से अवैध व्यापार और तस्करी को भी रोकता है। इसलिए, भारत प्रति वर्ष भारतीय तट रक्षक बल की स्थापना दिवस को याद करने के लिए 01 फ़रवरी को “भारतीय तटरक्षक दिवस (Indian Coast Guard Day)” के रूप में मनाता है।