भारत में साइबर अपराध। (Cyber Crime in India in Hindi.)

bharat mein cyber apradh

भारत में इंटरनेट उपयोगकर्ताओं की संख्या 560 मिलियन से अधिक है, जो की पुरे विश्व में दूसरा सबसे बड़ा इंटरनेट और ऑनलाइन मार्किट है और भारत इस मामले में केवल चीन से पीछे है, जिस प्रकार इंटरनेट ने लोगों के जीवन को बहुत ही सरल बना दिया है ठीक उसी प्रकार इंटरनेट का दुरूपयोग भी दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है  और भारत दुनिया का एक सबसे बड़ा इंटरनेट उपयोगकर्ता होने के मामले में “भारत में साइबर अपराध (Bharat mein Cyber Apradh)” की घटनाओं में बड़ा उछाल देखने को मिला है।

लोकतंत्र में चुनाव का महत्व। (Importance of Election in Democracy in Hindi.)

loktantra mein chunav ka mahatva

“लोकतंत्र में चुनाव का महत्व (Loktantra mein Chunav ka Mahatva)” का पता हम केवल इसी बात से लगा सकतें हैं की पूर्ण रूप से लोकतान्त्रिक देश में जब चुनाव होतें हैं, तो उस चुनावी प्रक्रिया को ‘लोकतंत्र का सबसे बड़ा महापर्व’ कहा जाता है और विभिन्न लोकतान्त्रिक देशों में सरकारों की कार्यकाल अवधि विभिन्न होती है लेकिन भारत में लोकतंत्र का यह महापर्व ‘चुनाव’ हर पांच वर्ष की अवधि पर होता है।

भारतीय अर्थव्यवस्था का निजीकरण। (Privatization of Indian Economy in Hindi.)

bhartiya arthvyavastha ka nijikaran

हमारी भारतीय अर्थव्यवस्था एक मिश्रित अर्थव्यवस्था का सार है, जहाँ सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र दोनों का योगदान महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है क्यूंकि भारत में समाजवादी और पूंजीवादी दोनों अर्थव्यवस्था मौजूद है। लेकिन अभी बीते कुछ वर्षों में सरकार के द्वारा “भारतीय अर्थव्यवस्था का निजीकरण (Bhartiya Arthvyavastha ka Nijikaran)” करने के प्रति रुझान बढ़ता जा रहा है, जिसके कारण आने वाले दशक में भारत मिश्रित से पूंजीवादी अर्थव्यवस्था की श्रेणी में खड़ा नज़र आएगा और हमारा भारत विकासशील से विकसित देश बन जायेगा।

भारत में पर्यटन का महत्व। (Importance of Tourism in India in Hindi.)

bharat mein paryatan

हमारा देश भारत सदियों से संस्कृतियों, परम्पराओं, कला, त्यौहारों, रंगों और आस्थाओं का एक ऐसा अद्भुद संगम है, जो की पुरे विश्व में और कहीं नहीं है, जिसे भारत ने बहुत सिद्दत से संभाल कर अपने ऐतिहासिक धरोहरों में शामिल करके रखा है, जहाँ हम भारत की उन मूर्त और अमूर्त सम्पतियों को देख सकतें हैं, जिससे भारत पुरे विश्व में विख्यात है। इसी विख्यातता के कारण “भारत में पर्यटन का महत्व (Bharat mein Paryatan ka Mahatva)” एक अहम् भूमिका निभाती है, जिसके बारे में आज हम चर्चा करेंगे।

भारत में जल संकट। (Water Crisis in India in Hindi.)

bharat mein jal sankat ki samasya

“भारत में जल संकट (Bharat mein Jal Sankat)” की समस्या देश के सामने चिंताजनक परिस्तिथि प्रस्तुत कर रही है और जल संकट की समस्या केवल भारत तक ही सिमित नहीं है, यह दूसरे देशों में भी गंभीर परिस्तिथियाँ उत्पन्न कर रहा है, इन सबका प्रमुख कारण है ‘जलवायु परिवर्तन’।
किसी क्षेत्र, नगर, देश के अंतर्गत अगर जल संसाधन के उपयोग की मांग की आपूर्ति में कमी पड़ने लगे अथवा उस स्थान का भूजल खत्म हो गया हो, तो ऐसी परिस्तिथि का उत्पन्न होना ‘जल संकट’ कहलाता है।

भारत में मिसाइल प्रौधौगिकी का महत्व। | Importance of Missile Technology in India.

bharat mein missile praudhaugiki

“भारत में मिसाइल प्रौधौगिकी का महत्व(Bharat mein Missile Praudhaugiki ka Mahatva)” हमारे देश की तीनो सेनाओं के लिए ब्रह्मास्त्र है, जो की भारत को विश्व स्तर पर एक शक्तिशाली देशों की सूचि में शामिल करता है और इससे भारत की सुरक्षा की सुनिश्चितता और सुदृढ़ होती है। Bharat mein Missile Praudhaugiki की महत्ता और उसके अस्तित्व को उजागर करने वाले हमारे देश के सुप्रसिद्ध वैज्ञानिक ‘मिसाइल मैन ऑफ़ इंडिया डॉक्टर ए.पि.जे अब्दुल कलाम’ जी के द्वारा इसकी संरचना पर ध्यान दिया गया था।

भारत की संघीय व्यवस्था। (Federal System of India in Hindi.)

bharat ki sanghiya vyavastha

भारत एक लोकतान्त्रिक संघीय वाला देश है और “भारत की संघीय व्यवस्था (Bharat ki Sanghiya Vyavastha)” की मिसाल पुरे विश्व भर में दी जाती है क्यूंकि हमारे अखंड भारत का निर्माण 500 से भी अधिक राजा-राजवाड़ों को मिलाकर की गयी थी और आज इसकी मिसाल इसलिए दी जाती है क्यूंकि जब हमारे भारत के सभी साम्राज्यों को ‘सरदार वल्लभ भाई पटेल जी’ के द्वारा एक करने की पहल की गयी थी तब बड़े-बड़े विचारधारकों और खगोलशास्त्रियों के द्वारा यह बताया गया था की भविष्य में इस भारत के इतने टुकड़े होंगे, जिसकी हम कल्पना भी नहीं कर सकतें हैं।

समाज में समलैंगिकता। (Homosexuality in Society in Hindi.)

samaj mein samlaingikta

“समलैंगिकता(Homosexuality)” हमारे देश का ऐसा मामला है जिसे देश के मीडिया चैनलों और न्यायालयों द्वारा चर्चा तो किया जा रहा है लेकिन हमारा समाज इसकी चर्चा नहीं कर रहा है, जबकि यह भी हमारे समाज का ही एक अंश है, राधे-राधे, आदाब, सत्यश्रीकाल, हैलो मेरे प्यारे दोस्तों तो कैसे हो आप सब? “समलैंगिकता(Homosexuality)” हमारे देश का ऐसा मामला है जिसे देश के मीडिया चैनलों और न्यायालयों द्वारा चर्चा तो किया जा रहा है लेकिन हमारा समाज इसकी चर्चा नहीं कर रहा है, जबकि यह भी हमारे समाज का ही एक अंश है, तो मैं समाज के इस मामले पर प्रकाश डालना चाहूंगा जिसके बारे में कोई बात  नहीं करना चाहता, जिसे समाज में लोगों के द्वारा अलग दृष्टि से देखा जाता है, जिसके लिए समाज की धारणा अलग है, जिसे हमारे समाज में स्वीकार ही नहीं किया जाता है और भी ऐसी बहुत सी सामाजिक कुरीतियां हैं जिसका सामना समलैंगिकों और ट्रांसजेंडर्स को इस समाज में करना पड़ता है। इस संसार में जैसे ईश्वर ने महिला और पुरुष को बनाया है ठीक वैसे ही महिला और पुरुष के रूप में समलैंगिक और ट्रांसजेंडर्स को भी समाज में स्थान दिया है, अंतर बस इतना होता है की कुछ जीन्स में बदलाव होने के कारण उनके शरीर मे बदलाव आता है, उनकी भावनाओ में भी बदलाव देखने मिलता है (अगर वह पुरुष है तो महिला जैसे भाव और महिला है तो पुरुष जैसे भाव) लेकिन इस बदलाव में उनकी क्या गलती होती है वह कोई जान-बुझ कर ऐसा तो नहीं करते हैं बल्कि कुछ ऐसे आनुवंशिकी कारक(genetic factors) होतें हैं जो की प्राकृतिक रूप से उनके अंदर होतें हैं, जिसके कारण हमे उनका स्वभाव आम लोगों की तुलना में अलग देखने को मिलता है।

भारत में प्राकृतिक आपदा। (Natural Disaster in India Essay in Hindi.)

bharat mein prakritik aapda

“भारत में प्राकृतिक आपदा (Bharat mein Prakritik Aapda)” जो की हमारे प्रकृति का एक विनाशकाल भयंकर रूप है, जिसकी विनाश की परिकल्पना हम नहीं कर सकतें हैं, जिससे केवल बचा जा सकता है। प्राकृतिक आपदा स्वयं प्रकृति के द्वारा रचा गया एक ऐसा चक्र है, जिसमे प्रकृति खुद को संतुलित रखने के साथ-साथ समय-समय पर अपने आप को समायोजित भी करता रहता है क्यूंकि यह प्रकृति का नियम है।

नशे की लत :युवाओं के भविष्य का खतरा।(Drug Addiction: The Menace of Youth’s Future.)

drug addiction among youth

हमारे देश के भारतीय युवाओं में बढ़ रही नशीली दवाओं की लत आज के समय में नशे के प्रचलन को बहुत ही तेजी से बढ़ा रही है “नशे की लत :युवाओं के भविष्य का खतरा है (Drug Addiction: The Menace of Youth’s Future)” लेकिन युवाओं के द्वारा ऐसा माना जाता है की नशा करना आज के समाज का फैशन और ट्रेंड है और ऐसा करते केवल युवाओं में ही नहीं पाया गया है बल्कि स्कूल के छात्र में और 18 साल से कम आयु के बच्चों में भी नशाखोरी देखि गयी है।