राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस 2024। (National Safety day in Hindi.)

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सुरक्षा सभी देशों की प्रथम प्राथमिकता होती है और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी देश बड़े पैमाने पर विभिन्न क्षेत्रों में सुरक्षा के सभी पहलुओं को अपना कर चलते हैं, चाहे वह सीमा की सुरक्षा हो, आतंरिक सुरक्षा हो, नागरिकों की सुरक्षा हो, पर्यावरण की सुरक्षा हो, कार्यस्थलों पर सुरक्षा, मानव स्वास्थ्य सुरक्षा, आदि। सुरक्षा सुनिश्चित करने का अनुसरण भारत के भी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद् द्वारा बखूबी निभाया जाता है, जो की प्रति वर्ष भारत में 04 मार्च को “राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस (National Safety Day)” के जरिये सुरक्षा सम्बंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियों से लोगों को अवगत करवाती है और जीवन के विभिन्न पहलुओं में सुरक्षा के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाती है, जिससे दुर्घटनाओं से बचने के लिए सुरक्षा प्रथाओं को बढ़ावा दिया जा सके।

विश्व वन्यजीव दिवस 2024। (World Wildlife Day in Hindi.)

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प्रकृति और जलवायु परिवर्तन को संतुलित बनाए रखने में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका वन्यजीवों के द्वारा निभाई जाती है, जिस गति से पृथ्वी पर जलवायु परिवर्तन हो रही है, जिसके कारण कई वन्यजीव लुप्तप्राय की स्तिथि का सामना कर रहें हैं। वन्यजीवों का पृथ्वी से लुप्त होना मानव जाती के लिए एक बुरा संकेत है क्यूंकि मानव विभिन्न प्रकार के कार्यों और वन्यजीवों से प्राप्त होने वाली चीजों पर अपनी निर्भरता रखता है। इसलिए, वन्यजीवों के संरक्षण की महत्ता और लुप्तप्राय प्रजातियों की रक्षा के लिए प्रति वर्ष 03 मार्च को संयुक्त राष्ट्र के द्वारा दुनिया भर में “विश्व वन्यजीव दिवस (World Wildlife Day)” के रूप मनाया जाता है, जो की वन्यजीवों की संरक्षण की आवश्यकता के बारे में जागरूकता फैलाता है।

शून्य भेदभाव दिवस 2024। (Zero Discrimination Day in Hindi.)

shunya bhedbhaw diwas

“एक विश्व एक परिवार” की धारणा को आगे बढ़ावा देने के लिए संयुक्त राष्ट्र के द्वारा पुरे विश्व से भेदभाव के सभी घिनौने आचरणों को समाप्त करने के लिए प्रति वर्ष 01 मार्च को “शून्य भेदभाव दिवस (Zero Discrimination Day)” के रूप में मनाया जाता है, जहाँ व्यक्ति की पहचान, भूमिका और पृष्ठ्भूमि की परवाह किये बिना सबकी समानता, सहिष्णुता और गरिमा को बढ़ावा देने का कार्य किया जाता है। यह दिवस विश्व से भेदभाव को पूर्ण रूप से खत्म करता है और व्यक्ति के भीतर समानता के भाव को प्रकट करने के लिए जागरूकता फैलाता है।