भारतीय पुलिस और प्रशासन। (Indian Police and Administration in Hindi.)

indian police and administration

मैं आज आपसे बात करने जा रहाँ हूँ हमारे प्रशासन प्रणाली को संभालने वाले उन सेवकों को के बारे में जो हमारे समाज और देश के आंतरिक मामलों को बनाये रखना ही अपना कर्तव्य समझतें हैं और अपना फर्ज भी जिसके लिए उन्हें नियुक्त किया जाता है, जी हाँ मैं बात कर रहा हूँ “पुलिस और प्रशासन(Police and Administration)” के बारे में जो अपने सेवा भाव के लिए जानी जाती है।

भारत में महिला सशक्तिकरण। (Women Empowerment in India.)

women empowerment

अगर इस सृस्टि पर महिलायें न होती तो क्या होता, कैसे ये सृस्टि आगे बढ़ती और कैसे कोई ज़िन्दगी जन्म लेती, वैसे तो ये सब एक काल्पनिक बातें हैं क्यूंकि एक महिला के बिना संसार का आगे बढ़ना असंभव है। ईश्वर ने सृस्टि को आगे बढ़ाने के लिए महिला और पुरुष इन दो लोगों को भेजा है और दोनों के द्वारा समाज में अहम् भूमिका भी निभाई जाती है, ईश्वर ने दोनों में कोई अंतर नहीं किया है, तो फिर हमारी क्या औकात हम क्यों भेद-भाव करतें हैं

भारत में भ्रस्टाचार। (Corruption in India.)

corruption

भ्र्स्ट मतलब ‘ख़राब या गंदा’ और आचार मतलब ‘विचार या व्यवहार’, इसका मतलब जिस व्यक्ति के विचार अपने समाज के प्रति ख़राब हो जाएँ, भ्र्स्टाचार एक ऐसा दीमक है, जो पुरे विश्व में फैला हुआ है। भ्र्स्टाचार किसी व्यक्ति विशेष या फिर कोई निजी अथवा सरकारी संगठन द्वारा किया गया अनैतिक और अनुचित व्यवहार होता है जो की आपराधिक श्रेणी में आता है। ये भ्र्स्टाचार वो शक्ति प्राप्त अधिकारी अथवा संगठन अपना अवैध लाभ करने के लिए उस शक्ति का दुरूपयोग करता है।

कोरोनावायरस:- एक महामारी। (Coronavirus:- The Pandemic.)

coronavirus in city

कोरोनावायरस विषाणुओ (वायरस) का समूह है, जिसे अपनी संख्या को आगे बढ़ाने के लिए जीवित शरीर की कोशिकाओं का सहारा लेना पड़ता है यह एक जूनोटिक बीमारी है जो जानवरों से इंसानों में फैलता है और फिर इंसानों से इंसानों में संक्रमित होता जाता है जो कि इंसानों में सामान्य जुकाम से लेकर स्वास तंत्र की गंभीर समस्या पैदा कर सकता है, कोरोनावायरस आमतौर पर हमारे अंदर फेफड़ों को नुकसान पहुंचाता है जिससे व्यक्ति को सांस लेने में दिक्कत होती है, और यह हमारे इम्यून सिस्टम को भी नुकसान पहुंचाती है जिसके कारण इंसान की मौत भी हो सकती है। कोरोनावायरस के वायरस का नाम ‘सीवियर एक्यूट रेस्पिरेट्री सिंड्रोम’ है जिसे हम (सार्स कोव-2)  कहते हैं और ‘विश्व स्वास्थ्य संगठन’ के द्वारा इस बीमारी का नाम “कोविड-19” (कोरोनावायरस डिजीज 2019) रखा गया है।

प्रकृति का महत्व। (Importance of Nature.)

Nature thumbnail

दोस्तों क्या आपको पता है की इस दुनिया में जब हम जन्म लेतें हैं, ठीक जन्म लेने के बाद ही कोई हमारा सच्चा साथी बन जाता है और मजे की बात तो ये है की वो हमारा साथ हमारे शरीर के अंत होने के बाद भी नहीं छोड़ता है, जी हाँ दोस्तों मैं यहाँ बात कर रहा हूँ हमारे ईश्वर-अल्लाह द्वारा बनाये इस सुन्दर “प्रकृति की जो मनुष्य का एक रहस्यमयी साथी है (Nature: A Mysterious Friend of Human)” और “प्रकृति का महत्व (Importance of Nature.)” मनुष्य के जीवन में सर्वोच्च है।

भारतीय किसान: हमारे अन्नदेवता। (Indian Farmers: The Feeding God.)

farmers performing their farming activity

दोस्तों मैं, आप और हमसब या ये पूरी दुनिया को खिलाने वाले जितने भी ‘भारतीय किसान(Indian Farmers)’ भाई-बहने हैं, वो हमारे अन्नदेवता हैं जिनके कारण ही हमसब अन्न अपने शरीर में ग्रहण कर पातें हैं, तो आपके मन में ऐसा सवाल उठ भी सकता है की अन्न तो हम खरीद कर लातें हैं, तो दोस्तों किसान अन्न उत्पन्न करतें हैं तभी तो हमारे द्वारा उसे ख़रीद कर लाया जाता है न और सभी किसान बन नहीं सकतें न ही हम ऐसा सोचतें हैं की बड़े होकर किसान बनेंगे।

समय का महत्व। (Importance of Time.)

time

दोस्तों अगर हम सब अपने जीवन में समय को अहमियत देने लगे तो फिर वो समय को दी हुई अहमियत, एक दिन समय हमे अहमियत के काबिल बना देगा। अगर आप चाहें तो वास्तव में ये करके देख सकते हैं, आप कुछ समय लिए अपना कोई भी छोटा सा लक्ष्य बनाईए और उस लक्ष्य को पूरा करने के लिए आप कुछ तो करेंगे ही और अपने नियमित समय से प्रतिदिन उस काम को कीजिये तो वो लक्ष्य अवस्य ही आपको प्राप्त हो जायेगा और अगर आप एक दिन भी उस काम को नहीं कर पाएं जो आप प्रतिदिन कर रहें थे,तो अपना लक्ष्य आपको निर्धारित समय से प्राप्त नहीं होगा।

भारत में स्वास्थ्य और शिक्षा। (Health and Education in India.)

health and education

दोस्तों अगर मै आपसे कहता हूँ की सिर्फ कुछ पल के लिए सोचो की किसी व्यक्ति के पास “स्वास्थय और शिक्षा (Health and Education)” ये दो चीज उसके जीवन में न हो तो कैसा होगा उसका जीवन, और आज के दौर में तो इनकी अहमियता मानो जैसे अतुलनीय है, जैसा की दोस्तों मुझे बताने की जरुरत नहीं है ये महामारी हमे हमारी स्वास्थय और स्वास्थय व्यवस्था दोनों से परिचित करवा रहा है।

भारत में पितृसत्तात्मक समाज। (Patriarchal Society in India.)

patriarchy

पितृसत्तातमक समाज वो समाज है जहाँ पुरुष प्रमुख होतें हैं जिस घर में केवल पुरुष को ही प्राथमिकता दी जाती है, कोई भी फैसला लेने का विशेषाधिकार बस पुरुष को ही होता है किसी महिला को नहीं, अगर महिला के द्वारा कुछ किया भी जा रहा है तो वो घर के पुरुष से अनुमति लेकर ही कर सकती है, जहाँ पे महिला केवल घरो के काम के लिए ही होती हैं और पुरुष केवल बाहरी कामों के लिए, तो ऐसे रूढ़िवादी सोच को हम पितृसत्तातमक समाज कहते हैं। 

नैतिक शिक्षा का महत्व। (Importance of Moral Education in Hindi.)

Ethical learning

। दोस्तों आज मै आपसे कुछ पूछना चाहता हूँ की आज हमारा समाज और देश बहुत तरक्की कर रहा है फिर क्यों न वो अच्छी शिक्षा हो, कृत्रिम बुद्धिमता हो, 5G नेटवर्क हो या मंगल पे जाना हो, मै चाहता हूँ की और तरक्की की सीढियाँ हम चढ़े, लेकिन इन अच्छे चीजों मे आगे बढ़ने के साथ हमारा देश गलत कामों और अपराध मे भी क्यों आगे बढ़ते जा रहा है फिर चाहे वो किसी भी क्षेत्र मे हो? दोस्तों मेरा मानना है की हम तरक्की कर आगे बढ़ रहे हैं अच्छी बात है लेकिन हमे नहीं भूलना चाहिए की हर सिक्के के दो पहलु होते हैं, इसी तरह हम आगे बढ़ने के साथ-साथ सभी स्तर पर फिर वो कुछ भी क्यों न हो अगर “नैतिक शिक्षा(Ethical Learning)” प्रदान करने लगें तो हम और अच्छा कर सकते हैं।