भारतीय सेनाएँ : देश का गौरव। (Indian Armed Forces : Pride of the Nation in Hindi.)

Share & Help Each Other

भारतीय सेनाएँ हमारे देश की सम्प्रभुत्ता, शौर्य और करोड़ों लोगों के मर्यादाओं की रक्षा करने के लिए जाने जाते हैं, इसलिए हमारी “भारतीय सेनाएँ :देश का गौरव (Bhartiya Senayen : Desh ka Gaurav) कहलातें हैं क्यूंकि वह भारत के ऐसे वीर सपूत हैं, जिन्होंने अपना जीवन अपने राष्ट्र को समर्पित किया है, वह ऐसे वीरयोद्धा हैं जो की अमर होने के लिए जीतें हैं, अपने देश की आन-बान-शान के लिए अपने सर पर कफ़न बाँध कर चलते हैं और जिनकी देश भक्ति अपने भारत माता की सेवा कर अपने लहू को समर्पित करके सिद्ध होती है।

Bhartiya Senayen अपने अदम्य साहस और शक्ति के लिए प्रसिद्ध है, जो की अपने पराक्रम और शौर्य के बल पर देश के जल, थल और वायु इन तीनो स्थानों पर अपने वर्चस्व को कायम किया है। Bhartiya Senayen देश की रक्षा करने के साथ-साथ मानवता की रक्षा भी बढ़-चढ़ कर करती है, इसलिए हमारे देश की प्रजातंत्र अपनी भारतीय सेना का सम्मान करती है और अगर कोई भारतीय सेना का वीर सपूत अपने देश के लिए शहीद होता है, तो उसकी शहीदी में आँसू केवल उसका परिवार नहीं बल्कि उसके परिवार के रूप में पूरा देश आँसू बहाता है।

Bhartiya Senayen Desh ka Gaurav
Bhartiya Senayen Desh ka Gaurav

Bhartiya Senayen अपनी सख्त अनुशासन और गरिमा को बनायें रखने के लिए अपने कर्तव्य पर निहित रहती है और भारतीय लोकतंत्र के परिचालन में सहयोग करती है, जिसके लिए देश की जनता अपनी सेनाओं पर गर्व के साथ अटूट विश्वास भी करती है क्यूंकि हमारे भारतीय सेना ने कभी भी लोकतंत्र के संसदीय कार्यवाही में अपनी उपस्तिथि नहीं दिखाई है केवल भारत की और भारत के लोगों की रक्षा करना अपना सर्वोच्च धर्म माना है, जबकि अन्य कई ऐसे देश हैं जहाँ की संसदीय कार्यवाही और राजनीति उनके देश की सेना के द्वारा संभाली जाती है और कई देशों में सेना के द्वारा तख्ता पलट कर स्वयं सत्ता का परिचालन करने लगते हैं।

‘वैश्विक मारक क्षमता सूचकांक’ के अनुसार Bhartiya Senayen विश्व की चौथी सबसे बड़े सैन्य बल है और आज के आधुनिक और तकनिकी हथियारों से निपटने के लिए भारतीय सेना पूरी तरह से प्रबल है क्यूंकि भारत के बजट का सर्वाधिक आवंटन सैन्य बलों यानी रक्षा के क्षेत्र को दिया गया है। ‘स्टॉकहोम अंतरराष्ट्रीय शांति अनुसंधान संस्थान’ के द्व्रारा भारत विश्व में सबसे अधिक हथियारों का आयात करता है, जो की भारतीय सेनाओं को सशक्त और मजबूत बनाने के लिए और भविष्य में किसी भी प्रकार की समस्या से बहादुरी पूर्वक निपटने के लिए हमारी सेनाएँ सक्षम हो। इसलिए, भारतीय सेनाओं की बहादुरी और साहस का सामना करने से बड़े देश भी कतरातें हैं।

तीर हैं हम, तलवार है हम, शोलों से बने अंगार हैं हम,

अपने देश की रक्षा में सदैव तैयार हैं हम।

दुश्मन के लिए नरसिंह हैं हम, अपनों के लिए श्रीकृष्ण है हम,

युद्ध भूमि की मिट्टी से तिलक करते हैं हम,

इसलिए भारतीय सेनाओं का सामना करना, नहीं है विश्व की किसी भी सैन्य शक्ति में दम।

और पढ़ें:- भारत में मिसाइल प्रौधौगिकी।

भारतीय सेनाओं का महत्व।

हमारे देश की भारतीय सेनाओं की महत्ता का गुणगान जितना भी किया जाए उतना कम है, जिनकी शौर्य, वीरता और बलिदान से यह देश आज अपनी सम्प्रभुता और गौरव के ’75वें आज़ादी के अमृत महोत्सव का जश्न मना रहा है और अपने बुलंदी की नयी ऊचाइंयों को छूने के साथ-साथ एक नव भारत का निर्माण कर पा रहा है, भारतीय सेनाओं के कारण ही आज हमारा भारत विश्व के किसी भी वैश्विक शक्ति से भय नहीं करता है क्यूंकि भारतीय सेना स्वयं एक प्रेरणा का स्त्रोत है।

भारतीय सेना देश की रक्षा करने के साथ-साथ विभिन्न प्रकार से विभिन्न क्षेत्रों में अपना योगदान प्रदान करती है, जिससे हमारा भारत और हमारे भारतवासी दोनों सुरक्षित रहें, जैसे:-

  • आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई-> आतंकवाद पुरे विश्व में एक गंभीर समस्या है लेकिन भारत पुरे विश्व में आतंकवाद का सबसे बड़ा भुक्तभोगी है क्यूंकि भारत अपनी सबसे बड़ी सिमा ‘आतंकवाद के जनक’ पाकिस्तान के साथ साझा करता है। इसलिए, Bhartiya Sena आयेदिन अपने देश और लोगों की रक्षा के लिए सरहद पर आतंकवादियों से लड़ती है और उनके मनसूबे को नाकाम करती है। भारतीय सेना आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सबसे अहम् भूमिका निभाती है।
  • नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई-> हमारे देश में कई ऐसे गुट हैं जो भारत को अलग करना चाहतें हैं और भारत के लोगों की एकता को समाप्त कर अपना वर्चस्व कायम करना चाहतें हैं, इसके खिलाफ भी हमारी Bhartiya Sena कई ऑपरेशन्स चलाती है, जहाँ कई बार उनकी झड़प नक्सलियों के साथ भी हो जाती है।
  • प्राकृतिक आपदाओं के समय रक्षक के रूप में काम करना-> Bhartiya Senayen देश के लोगों के लिए विभिन्न प्रकार के प्राकृतिक आपदाओं (बाढ़, बादल फटना, भूस्खलन, भूकंप, साइक्लोन, जंगल में आग) में बचाव अभियान की सहायता से पीड़ितों की रक्षा कर उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुचातें हैं।
  • देश के आंतरिक गृह युद्ध की स्तिथि से निपटना-> Bhartiya Sena देश में उत्पन्न हुए गृह युद्ध जैसे माहौल अथवा देश में बड़े स्तर पर होने वाले हिंसा को संभालने में भी बड़ी भूमिका निभाते हैं, जिससे देश में स्थिरता को पुनः स्थापित किया जा सके।
  • आपस में सैन्य अभ्यास करना-> युद्धों के प्रदर्शन में सुधार लाने और अपने आप में बेहतर समन्वय बनाने के लिए, तीनों सशस्त्र बल परस्पर सीमा पार आतंकवाद, मानव और पशु तस्करी आदि जैसे मुद्दों से निपटने के लिए विभिन्न प्रकार के युद्ध अभ्यासों का संचालन करते रहतें हैं, जिससे ऐसी परिस्तिथियाँ उत्पन्न होने से पहले उससे निपटा जा सके।
  • घुसपैठियों से तटीय क्षेत्र वाले राज्यों की रक्षा करना-> भारतीय नौसेना और भारतीय तट रक्षक जो हमेशा हिन्द महासागर में सक्रिय रहतें हैं, उनकी बहादुरी और पराकर्म से तटीय क्षेत्र वाले राज्य सुरक्षित रहतें हैं अथवा समुद्र के रास्ते से किसी भी प्रकार के खतरे और घुसपैठियों से निपटने में अहम् भूमिका निभातें हैं। 
  • विभिन्न जागरूकता अभियान चलाना-> भारतीय सेनाओं के द्वारा देश के कई हिस्सों में अन्य प्रकार के जागरूकता अभियान और सुरक्षा अभ्यास किए जातें हैं, जिससे लोगों को विभिन्न प्रकार के आतंकवादी हमलों से और प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए जागरूक किया जा सके ताकि ऐसे होने वाली घटनाओं से उन्हें अवगत किया जा सके।

और पढ़ें:- पर्यावरण प्रदूषण भविष्य के विनाश की कहानी।

भारतीय सेनाओं के प्रकार।

भारतीय सेनाओं के मुख्य रूप से तीन विंग्स होतें हैं, जो की देश की रक्षा करने में जल, थल और वायु तीनों जगह अपनी अहम् भूमिका निभातें हैं। यह दिन-रात देश की सेवा के लिए तत्पर रहतें हैं तब जाकर हमलोग अपने घरों में अपने परिवारों के साथ सुख-शांति से जीवन व्यतीत कर पातें हैं, अगर Bhartiya Senayen नहीं होंगी तो ना हमारा देश बचेगा और ना हमलोग।

  • भारतीय थल सेना-> भारतीय थल सेना हमारे देश की रक्षा करने में अपना सबसे महत्वपूर्ण योगदान देती है क्यूंकि देश में सबसे अधिक चुनौतियों और मुश्किलों का सामना हमारे थल सेना के जवानों को करनी पड़ती है, हमारे देश के लिए सबसे अधिक बलिदान थल सेना के वीर सपूतों ने दिया है। भारतीय थल सेना को अन्य विभाजित टुकड़ियों में बाँट दिया गया है, जैसे:-
    • सिमा सुरक्षा बल, जो की पकिस्तान और बांग्लादेश के सिमा पर तैनात रहकर अपने देश की रक्षा करतें हैं।
    • असम राइफल्स, यह सेना हमारे देश की रक्षा म्यांमार के सिमा के पास तैनात रहकर करती है।
    • भारत तिब्बत सीमा पुलिस, यह सेना हमारे देश की रक्षा चीन के सिमा पर तैनात रहकर करती है।
    • सशस्त्र सीमा बल, यह सेना हमारे देश की रक्षा नेपाल के सिमा पर तैनात रहकर करती है।
    • राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड, यह मुख्य रूप से चयनित विशेष जवान होतें हैं, जिन्हे थल सेना के भीतर से अलग किया जाता है क्यूंकि इन्हे विशेष ऑपरेशन्स अथवा मिसनों पर भेजा जाता है साथ ही यह मुख्य व्यक्तियों की रक्षा भी करतें है (प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री अन्य मंत्री मंडल)
    • केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, यह सेना विशेष रूप से भारत सरकार के सदनों, मंत्रालयों की रक्षा करती है और भारत सरकार के मुख्य कार्यों जैसे; केंद्र के चुनाव, राज्य के चुनाव अन्य के लिए कार्यरत रहती है।
    • केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल, यह सुरक्षा बल केंद्र के अनतर्गत आने वाली सभी औधौगिक कारखाने अथवा केंद्र परिचालित उद्योग को सुरक्षा प्रदान करती है, ताकि उसे किसी प्रकार से नुक्सान ना पहुंचाया जा सके।
    • भारतीय थल सेना विश्व की एक सबसे बड़ी थल सेना है, इसलिए हमारे भारत में ‘भारतीय थल सेना दिवस’ प्रति वर्ष 15 जनवरी को मनाया जाता है और हमारे देश की थल सेना अपने सेवा परमो धर्मः के सिद्धांत पर सदैव तत्पर रहती है।
  • भारतीय नौसेना-> भारतीय नौसेना हमारे देश के हिन्द महासागर की लहरों के बिच अपनी अदम्य शौर्य और साहस के साथ हमारे देश की रक्षा करती है, भारतीय नौसेना पुरे हिन्द महासागर में अपना वर्चस्व कायम करके रखती है अथवा उनके द्वारा बहुत से ऐसे मिशन भी चलाएं जाते हैं, जो की तस्करी कर  या अवैध रूप से किया जा रहा हो।
    • भारतीय नौसेना दूसरे अन्य देशो को समस्या के दौरान मानवीय सहायता प्रदान करने का भी कार्य करती है, भारतीय नौसेना की उपलब्धियों और भूमिका को पहचानने के लिए हमारे भारत में ‘भारतीय नौसेना दिवस’ 04 दिसंबर को मनाया जाता है और भारतीय नौसेना अपने कार्य को सम नो वरुणः  सिद्धांत पर करती है, जिसका मतलब है ‘जल के देवता हमारे लिए मंगलमय हों’।
  • भारतीय वायु सेना-> वायु सेना देश की रक्षा में अपनी वीरता और साहस का परिचय अपने विमानों की गूंज से बादलों को चीरकर देती है अथवा अपने भारतीय उड़ान क्षेत्रों की रक्षा करने के साथ हमारे देश के थल सेना की भी बड़े स्तर पर सहायता करती है।
    • भारतीय वायु सेना के द्वारा भी दूसरे देशों में समस्या की घड़ी में बड़े स्तर पर मानवीय साहयता प्रदान की जाती है, भारतीय वायु सेना के पराकर्म की भूमिका को याद करने के लिए ‘भारतीय वायु सेना दिवस’ 08 अक्टूबर को मनाया जाता है और साथ ही यह अपने कर्तव्यों के प्रति “नभः स्पर्शं दीप्तं” का सिद्धांतवादी सोच भगवद गीता से प्राप्त करती है।

हमारे देश में भारतीय सेनाओं का एक प्रमुख होता है, जिसे हम तीनों सेनाओं का प्रमुख ‘चीफ ऑफ डिफेन्स स्टाफ’ कहतें हैं, जो की तीनों सेनाओं की लड़ाकू क्षमताओं के समन्वय, त्रि-सेवा प्रभावशीलता और समग्र एकीकरण में सुधार के लिए कार्य करतें हैं, इसके अलावा तीनों सेनाओं के व्यक्तिगत स्तर पर भी अपने-अपने प्रमुख होतें हैं।

और पढ़ें:- अंतरिक्ष मलबा मानव जीवन के लिए खतरा।

भारतीय सेनाओं का वैश्विक महत्व।

भारतीय सेनाओं की वैश्विक महत्ता का डंका पुरे विश्व में बजता है, हमारी सेनाएँ बहुत से ऐसे कार्य वैश्विक स्तर पर करती है जिसके कारण भारतीय सेनाओं की चर्चा पूरा विश्व करता है, जैसे:-

  • 1971 के वक़्त जब पूर्वी पाकिस्तान को पश्चिमी पकिस्तान से अलग करने की बात हो रही थी, तब हमारे देश के सैनिकों ने पूर्वी पकिस्तान की सहायता करने में बड़ी भूमिका निभाई थी क्यूंकि पश्चिमी पकिस्तान पूर्वी पकिस्तान पर बहुत अधिक अत्याचार कर रहा था। उसी युद्ध के परिणाम ने आज पूर्वी पकिस्तान को पश्चिमी पकिस्तान के अत्याचार से आज़ाद कर एक नए देश बांग्लादेश का निर्माण किया और इसी युद्ध में भारतीय सैनिकों ने पकिस्तान की सेना को हार मानने पर विवश कर दिया था। 
  • ‘संयुक्त राष्ट्र शांति सेना’ के द्वारा पुरे विश्व में शांति स्थापित करने के लिए चलाये जा रहे मिशन में भारतीय सेना की भागीदारी अहम् भूमिका निभाती है, ऐसे कई सारे अफ्रीकी देश हैं जहाँ अस्थिरता, गृह युद्ध और प्राकृतिक आपदाएँ जैसे माहौल से जूझकर हमारे भारतीय सैनिक स्थिरता कायम करते हैं और सहायता प्रदान करते हैं।  
  • हमारे देश के तीनों भारतीय सेनाओं के द्वारा अन्य देशों की सेनाओं के साथ और अंतराष्ट्रीय स्तर पर बने संगठनों की सेनाओं के साथ द्विपक्षीय युद्ध अभ्यास भी किये जातें हैं, जो की सभी सेनाओं के बिच समन्वय और मनोबल को बढाता हैं और अन्तराष्ट्रीय स्तर पर मिलकर गंभीर परिस्तिथियों से कैसे निपटना है इसका आभास कराता है।  
  • हमारे देश की भारतीय सेनाएँ और सैन्य प्रशिक्षण केंद्र अन्य विभिन्न देशों की सैन्य कर्मियों को भारत में प्रशिक्षण प्रदान करते हैं क्यूंकि ऐसा माना जाता है की हमारे भारत की सैन्य प्रशिक्षण पुरे विश्व में सबसे कठिन सैन्य प्रशिक्षण है, इसलिए हमारे भारतीय सैनिक किसी भी परिस्तिथि में लड़ने के लिए तैयार रहतें हैं।

निष्कर्ष।

Bhartiya Senayen हमारे भारत की जान है, हमे अपने भारतीय सेनाओं पर केवल गर्व ही नहीं बल्कि अभिमान भी है। Bhartiya Senayen सदैव अपने भारत माता की रक्षा और हमारी रक्षा करने के लिए सीमाओं पर खड़ी रहती है बदले में हम उन्हें क्या देतें हैं कुछ भी नहीं। इसलिए, एक भारतीय नागरिक होने के नाते यह हम सबका कर्त्तव्य है की हम अपने भारतीय सेनाओं के मनोबल और जज्बे को बरकरार रखें और हमेशा अपने देश के वीर सपूतों का सम्मान करें।

“जय हिन्द जय भारत”

दोस्तों, अगर आप अपने समाज और देश से सम्बंधित और भी ऐसे आर्टिकल्स पढ़ना चाहतें हैं तो, यहाँ क्लिक करके पढ़ सकतें हैं।


Share & Help Each Other