“आज़ादी का अमृत महोत्सव: 75वां स्वतंत्रता दिवस”(“Azadi ka Amrit Mahotsav: 75th Independence Day”)

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राधे-राधे, आदाब, सत्यश्रीकाल, हैलो मेरे प्यारे दोस्तों तो कैसे हो आप सब? यह सुन कर कितना अच्छा लगता है की आज हमारा भारत अपने स्वतंत्रता का “75वां वर्षगाँठ आज़ादी के अमृत महोत्सव (Azadi ka Amrit Mahotsav)”इतने हर्ष और उल्लास के साथ मना रहा है, जिससे देश के हर एक भारतीय नागरिक का सीना गर्व से प्रफुल्लित हो गया है। यह आज़ादी का अमृत महोत्सव देश के प्रधानमंत्री जी के द्वारा 12 मार्च,2021 को दांडी से शुरू की गयी, इसे भारत के आज़ादी के 75 वीं वर्षगाँठ के उपलक्ष्य में आयोजित की जाने वाली कार्यक्रमों की एक श्रृंखला है, जिसमे जन-भागीदारी की भावना से आज़ादी को जन-उत्सव के रूप में मनाया जायेगा।

दोस्तों Azadi ka Amrit Mahotsav एक ऐसा महोत्सव है जिसमे पूरा देश एक हो जाता क्यूंकि यह पर्व बिना किसी भेद-भाव के सब जाती, धर्म, भाषा, रंग, मजहब से ऊपर उठकर मिलजुल कर मानते हैं और इसे इतने धूम-धाम से मानाने का हक़ हम भारतवासियों को 75 वर्ष पहले हमारे देश के स्वतंत्रता सेनानियों ने प्रदान किया है, इसलिए “यह दिन है उनको याद करने का, यह दिन है उनसे प्रेरणा लेने का, यह दिन है अपने देश के प्रति समर्पित होने का, यह दिन है उन शहीद वीर सपूतों को श्रद्धांजलि अर्पित कर उनको धन्यवाद करने का”।

Azadi ka amrit mahotsav Indian flag
azadi ka amrit mahotsav

हमारे देश को आज़ाद करके इसे हम देश वासियों को सँभालने के लिए छोड़ गए उन महापुरषों की यह इच्छा की हमारा देश हमेशा स्वतंत्र रहे और फिर कभी किसी का गुलाम ना बने, तो उन महापुरुषों की इस इच्छा को पूरा करने में सबसे बड़ा योगदान और बलिदान “भारतीय सेना” की है जो की अपनी जान की परवाह किये बिना अपनी देश की रक्षा के लिए बन्दुक लिए  देश के हर कोने में, हर सीमा पर बैठे हुए हैं, तो “यह दिन है हमारे देश के उन वीर जवानो का हौसला बढ़ने का, यह दिन है उन वीर जवानो के साथ मिलकर जश्न-ऐ-आज़ादी मानाने का, यह दिन है एक होकर आज़ाद हिंदुस्तान के आज़ादी का अमृत महोत्सव मानाने का”।   

इस Azadi ka Amrit Mahotsav को हमारे देश के प्रधानमंत्री जी के द्वारा यादगार बनाने के लिए और पुरे भारतवासियों के साथ मानाने के लिए बहुत से ऐसे कार्यक्रम की भी शुरुवात भी की गयी है जिसमे देश के आम नागरिक भी स्वतंत्रता के उत्सव में अपनी भागीदारी देकर गौरवान्वित महसूस करेंगे, जैसे की:

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आज़ादी के अमृत महोत्सव पर शुभारम्भ कार्यक्रम।

  • प्रधानमंत्री जी के द्वारा सभी देशवासियों को सुचित किया गया की स्थानीय उत्पाद खरीद कर अपने देश के बने हुए सामान को प्रोत्साहित करें और उस सामान के साथ सोशल मीडिया पर अपनी तस्वीर भेजें और हैशटैग लगाकर ‘वोकल फॉर लोकल’ का उपयोग करें।
  • “विस्वविद्यालय अनुदान आयोग” के द्वारा 30 वर्ष से कम उम्र वाले युवा लेखकों को प्रोत्साहन किया जा रहा है, इसे भी आज़ादी के अमृत महोत्सव से जोड़ा गया है, जिसमे युवा लेखक स्वतंत्रता सेनानियों, स्वंतंत्रता से जुड़े गाथाओं, अज्ञात स्वंत्रता सेनानियों के बारे में विचार प्रस्तुत करें और अपने-अपने सम्बंधित क्षेत्रों में लेखकों को बढ़ावा दें।
  • संस्कृति मंत्रालय द्वारा सभी भारतवासियों को अपना राष्ट्रगान गाने का मौका दिया गया है, जिसमे हर भारतवासी देश का राष्ट्रगान गाते हुए अपनी चलचित्र बनाकर “राष्ट्रगान.इन” पर भेज सकतें हैं और उन सभी चलचित्रों को स्वतंत्रता दिवस पर टेलीविज़न पर प्रकाशित किया जायेगा।

तो दोस्तों कुछ इस प्रकार से हम भी अपने देश के इस स्वतंत्रता उत्सव में शामिल हो सकतें हैं।

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आज़ादी के अमृत महोत्सव में ओलिंपिक का प्रभाव।

दोस्तों अगर बात करें इस महोत्सव के खुशी को दोगुना करने वालों की तो वह हमारे देश के उन ओलिंपिक के खिलाडियों के बारे में है जिन्होंने एक साथ कई इतिहास इस बार के टोक्यो ओलिंपिक में रचें हैं।

  • आज तक के इतिहास में भारत ने पहली बार ओलंपिक्स में एक साथ 7 पदक अपने देश के नाम किये।
  • 40 वर्ष के इतिहास के बाद हमारे देश के हॉकी खेलने वाले खिलाडियों ने पदक जित कर अपने देश को ध्यान चाँद की याद दिला दी।
  • पि वि सिंधु 2 व्यक्तिगत ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनी।
  • नीरज चोपड़ा देश के पहले ऐसे भाला फेक प्रतिभागी बन गए जिन्होंने भाला फेकने में देश को स्वर्ण पदक दिया और नीरज चोपड़ा देश के ऐसे खिलाडी बने जो पुरे विश्व के खिलाडियों की श्रृंखला में टॉप 10 के पायदान में अपना नाम अंकित कर लिया है।

तो हो गयी ना देश के 75 वीं वर्षगाँठ पर अमृत महोत्सव मानाने की ख़ुशी दोगुनी और इतिहास में ऐसा भी पहली बार देखा गया की लोग क्रिकेट मैच को अपने  घरों में ना देखकर ओलिंपिक के खेलों का आनंद ले रहें थे।

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हमे भारतवासी होने पर गर्व क्यों है:

हमारे देश में आज हर भारतवासी को यह गर्व होना चाहिए की हम भारत के नागरिक हैं क्यूंकि हमारा भारत ही एक पुरे विश्व में ऐसा देश है जहाँ एक साथ इतने धर्म, जाती, समुदाय, रंग, भाषा के लोग रहतें हैं, जहाँ सबसे ऊँचा ओहदा किसी धर्म के ग्रन्थ को नहीं देकर बल्कि हमारे देश के संविधान को दिया गया है, जिसमे लिखा है हम सब भारतवासी हैं।

विश्व के सभी देश अपने-अपने लोगों के धर्म और मजहब से जाने जातें हैं लेकिन केवल भारत पुरे विश्व में “विभिनत्ता में भी एकता” का प्रतिक है और जो पुरे विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र वाला देश कहलाता है, जिस देश के अप्रवासी भारतीय नागरिक भी दूसरे देशो में रह कर अपने भारत देश पर गर्व महसूस करतें हैं और सोचतें हैं की हम भारतीय मूल के हैं।

आखिर क्यों भारत जैसा पुरे विश्व में कोई देश नहीं है:

दोस्तों यह बात तो सच है की हर किसी को अपने देश के प्रति प्रेम होता है लेकिन ऐसा क्या है जो भारत को पुरे विश्व में सभी देशो से अलग बनाता है, तो वह है:-

  • जिस देश का नाम हिंदी और अंग्रेजी दोनों में रखा गया है (भारत और इंडिया)
  • जितनी आज़ादी भारत के नागरिकों को दी गयी है, उतनी विश्व के किसी देश के नागरिकों को नहीं दी गयी है।
  • हमारा देश विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र है, जहाँ के संविधान ने अपने नागरिकों को शक्ति देकर उन्हें सशक्त बनाया है।
  • भारत ही एक ऐसा देश है जिसके नाम पर एक महासागर का नाम है।
  • भारत ही एक ऐसा देश है जहाँ पुरे विश्व का सबसे ज्यादा संस्कृति लोकार्पण आपको देखने को मिलेगा।
  • भारत ही एक ऐसा देश है जहाँ आपको सभी ऋतुएं देखने मिलेगी, जिसके उत्तर में जाने से ठंडी ऋतू और दक्षिण में जाने से गर्म ऋतू।

Azadi ka Amrit Mahotsav में अपने देश के उन वीर कोरोना योद्धाओं की महत्ता को भी हम सबको नहीं भूलना है जिन्होंने इस महासंकट की घडी में भी अपने कदम पीछे नहीं किये, देश में इंसानियत और अपनेपन का मिसाल कायम किया। हम सब भारतवासी उन सभी डॉक्टर्स, नर्स, सफाईकर्मी, पुलिस, सहायता कर्मी, जो इस महामारी में दूसरों की जान बचाते हुए खुद की जान की परवाह किये बिना शहीद हो गए, उन सभी महान वीर योद्धाओं को हमारा देश याद करके उन्हें सलाम करता है और कहता है “यह दिन है उन सभी वीर योद्धाओं के परिवार के चेहरे पर खुशियां देकर उनकी गम को दूर करने का और यह दिन है आज़ादी के अमृत महोत्सव मनाने का”।

इसलिए हम अपने देश को महान कहतें हैं, जिसके महानता का कोई अंत ही नहीं है, जिसकी रचना अनमोल है और इसलिए जिसकी ‘आज़ादी की अमृत महोत्सव’ हम सब भारतवासी मना रहें हैं।

“जश्न-ऐ-आज़ादी का इस वर्ष हम मनाएंगे , एक युग बीत गया, नव युग हम लाएंगे, सौंपा था जिस खूबसूरत जहां को वीर सपूतों ने, उसकी खुशी हम सब अमृत महोत्सव के रूप में मनाएंगे” 

दोस्तों, अगर आप ऐसे और आर्टिकल्स अपने देश और समाज के बारे में पढ़ना चाहते हैं तो यहाँ क्लिक करके पढ़ सकतें हैं।


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1 thought on ““आज़ादी का अमृत महोत्सव: 75वां स्वतंत्रता दिवस”(“Azadi ka Amrit Mahotsav: 75th Independence Day”)”

  1. Hm sab saath milkr desh ko aman aur pyaar se sajayenge….thankq for this article…..garv hai hme hindustani hone pr😇
    Jai hind🇮🇳🇮🇳

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