अंतर्राष्ट्रीय सीमा शुल्क दिवस। (International Customs Day in Hindi.)

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सीमा शुल्क देश की अर्थव्यवस्था में आय का एक जरिया होता है साथ ही सीमा शुल्क अधिकारियों द्वारा देश के सीमा पार लाये जाने वाले सामानों की जाँच कर सुरक्षा को सुनिश्चित करना है और सामान के सुचारु रूप से आवागमन को सक्षम बनाना है। इसलिए, विश्व उन सीमा शुल्क अधिकारियों की नौकरी के प्रति जीम्मेदारी, उनके महत्व और कैसे वह सीमा के पार सामानों का सुचारु ढंग से आवागमन में मदद करतें इसके लिए जागरूकता फ़ैलाने के मकसद से प्रति वर्ष विश्व सीमा शुल्क संगठन द्वारा 26 जनवरी को “अंतराष्ट्रीय सीमा शुल्क दिवस (International Customs Day)” के रूप में मनाया जाता है।

सीमा शुल्क अधिकारी अवैध रूप से व्यापार किये जाने वाले सामानों की जाँच कर उन्हें जब्त कर लेता है और सीमा पार होने वाले व्यापार को सुगम बनाता है साथ ही यह अंतराष्ट्रीय सीमाओं के पार सामान के आवागमन पर राजस्व एकत्रित कर सरकार की मदद करता है।

antarashtriya seema shulk diwas
Antarashtriya Seema Shulk Diwas

अंतराष्ट्रीय सीमा शुल्क दिवस 2024 का थीम।

Antarashtriya Seema Shulk Diwas प्रति वर्ष एक विषय पर आधारित कार्य करती है, जहाँ इस बार 2024 में “उद्देश्य के साथ पारंपरिक और नए साझेदारों को शामिल करने वाले सीमा शुल्क (Customs Engaging Traditional and New Partners with Purpose)” विषय रखा गया है, जो की समकालीन वैश्विक परिदृश्य में सीमा शुल्क संचालन की गतिशील प्रकृति को दर्शाती है।

अंतराष्ट्रीय सीमा शुल्क दिवस का उदेश्य।

Antarashtriya Seema Shulk Diwas का मुख्य उदेश्य सीमा शुल्क अधिकारियों की जिम्मेदारियाँ, उनके कार्य की परिस्तिथियाँ और उनके सामने आने वाली चुनौतियों के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाना और उन अधिकारियों के नेतृत्व को सम्मान देने और उनके मनोबल को बढ़ावा देना।

अंतराष्ट्रीय सीमा शुल्क दिवस का महत्त्व।

Antarashtriya Seema Shulk Diwas सीमा शुल्क अधिकारियों के कार्य को उजागर करती है और साथ ही देशों के बिच सम्बन्ध स्थापित करने में भी यह बड़ी भूमिका निभाती है।

विश्व सीमा शुल्क संगठन के द्वारा सीमा शुल्क अधिकारियों के सम्मान, आर्थिक विकास और सुरक्षा में उनके योगदान के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए विभिन्न प्रकार के सेमीनार और भाषण जैसे कार्यक्रम आयोजित किये जातें हैं साथ ही सीमा शुल्क संगठन के अधिकारियों की उपलब्धियों पर भी प्रकाश डाला जाता है।

अंतराष्ट्रीय सीमा शुल्क दिवस का इतिहास।

1952 में ब्रुसेल्स, बेल्जियम में सीमा शुल्क सहयोग परिषद के स्थापना दिवस को अंतर्राष्ट्रीय सीमा शुल्क दिवस के रूप में मनाया जाता है। जहां एक सत्र आयोजित किया गया था जिसमें यूरोपीय देशों के 17 सदस्यों ने भाग लिया था और परिषद द्वारा इस दिन की घोषणा की गई थी। 1994 में, सीमा शुल्क सहयोग परिषदों का नाम बदलकर विश्व सीमा शुल्क संगठन कर दिया गया और वर्तमान में इसमें 182 सदस्य देश शामिल हैं। तब से, सभी सदस्य देशों द्वारा हर साल 26 जनवरी को अंतर्राष्ट्रीय सीमा शुल्क दिवस मनाया जाता है।

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