विविधता की दुनिया में धर्म, नस्ल, रंग, जाति, लिंग के बीच भेदभाव एक बहुत ही सामान्य घटना है और हमारे समाज में भेदभाव, असमानता और गरीबी के इस व्यवहार के कारण, सामाजिक न्याय प्रदान कर इस मुद्दे को संबोधित करना अत्यंत आवश्यक है। इसलिए, दुनिया भर में अनुस्मारक के रूप में सामाजिक न्याय को बढ़ावा देने और जागरूकता फ़ैलाने के लिए प्रत्येक वर्ष 20 फ़रवरी को “विश्व सामाजिक न्याय दिवस (World Day of Social Justice)” के रूप में मनाया जाता है, जिससे प्रत्येक वर्ग के व्यक्ति की गरिमा को सुनिश्चित किया जा सके और भेदभाव, असमानता और गरीबी के पैमाने को दूर कर सबको समान न्याय प्रदान किया जा सके।
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Visw Samajik Nyay Diwas 2024 का थीम।
Visw Samajik Nyay Diwas प्रति वर्ष एक विषय पर आधारित कार्य करता है, जहाँ इस वर्ष 2024 में “सामाजिक न्याय के लिए वैश्विक गठबंधन: अंतरालों को पाटना, गठबंधन बनाना (Global Coalition for Social Justice: Bridging Gaps, Building Alliances)” विषय रखा गया है, जिसका मतलब सभी न्यायिक प्रक्रिया को आगे बढ़ाना और उसके लिए राष्ट्रीय अथवा अंतराष्ट्रीय नीतियों के गठबंधन को मार्गदर्शक के रूप में अपनाना।
विश्व सामाजिक न्याय दिवस का उदेश्य क्या है?
Visw Samajik Nyay Diwas का मुख्य उदेश्य न्यायिक प्रक्रिया को सबके लिए समान बनाना और समाज से भेदभाव, गरीबी, असमानता जैसी मानसिकता को दूर करना और साथ ही गरीबी उन्मूलन, शिक्षा तक पहुँच, लैंगिक समानता और सामाजिक समावेश को बढ़ावा देना और उसकी वकालत करना।
Visw Samajik Nyay Diwas का महत्व।
वैश्विक एकजुटता-> Visw Samajik Nyay Diwas का पालन वैश्विक एकजुटता की भावना को बढ़ावा देता है। यह राष्ट्रों को साझा चुनौतियों से निपटने और एक निष्पक्ष दुनिया की खोज में सीमाओं को पार करते हुए सामान्य लक्ष्यों की दिशा में काम करने के लिए सहयोग करने के लिए प्रोत्साहित करता है।
मानवाधिकार पर जोर-> सामाजिक न्याय मानव अधिकारों के सिद्धांतों के अनुरूप है, जो सभी व्यक्तियों की अंतर्निहित गरिमा और समानता पर जोर देता है। सामाजिक न्याय को बढ़ावा देकर, समाज विभिन्न अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार उपकरणों में उल्लिखित दृष्टिकोण को साकार करने के करीब पहुंचते हैं।
सतत विकास लक्ष्यों पर केंद्रित-> सामाजिक न्याय दिवस अन्य न्यायिक प्रक्रिया को ध्यान में रखते हुए सतत विकास लक्ष्य (01, 02, 03, 04, 05, 10, 16, 17) में भी अपना योगदान अप्रतयक्ष रूप से प्रदान करता है।
संघर्ष निवारण-> सामाजिक रूप से न्यायपूर्ण, असमानता और भेदभाव जैसी सामाजिक अशांति के मूल कारणों को संबोधित करके, विश्व सामाजिक न्याय दिवस संघर्ष की रोकथाम और वैश्विक शांति के रखरखाव में योगदान देता है।
विश्व सामाजिक न्याय दिवस का इतिहास।
विश्व सामाजिक न्याय दिवस की जड़ें वर्ष 1995 में स्वीडन में आयोजित ‘विश्व सामाजिक विकास शिखर सम्मेलन’ से जुडी हुई है, जिसमे विश्व नेताओं ने सामाजिक न्याय, समानता और समावेशन को बढ़ावा देने वाले सामाजिक विकास को बढ़ावा देने की आवश्यकता को पहचाना और आगे चल कर वर्ष 2007 में इस विचार को और गति मिली जहाँ संयुक्त राष्ट्र महासभा के द्वारा इसकी महत्ता को महसूस किया गया और आधिकारिक तौर पर प्रति वर्ष 20 फ़रवरी को Visw Samajik Nyay Diwas मनाने की घोसणा की गयी।